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“IAS-IPS अपने बच्चों को पढ़ा सकें ऐसा छत्तीसगढ़ में कोई सरकारी स्कूल नहीं था….इसलिए आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल बनाया”….मुख्यमंत्री ने स्कूल की शुरुआत होने का किस्सा किया साझा… बोले- अब अधिकारियों के बच्चे लाइन लगाकर यहां ले रहे हैं दाखिला…एडमिशन के लिए एप्रोच इतना …

रायपुर 14 नवंबर 2021। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज पंडिित नेहरू एजुकेशन कान्क्लेव में आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल की शुरुआत का किस्सा बताया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान आत्मनंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल को लेकर बताया कि छत्तीसगढ़ के 21 साल बाद भी कोई ऐसा अस्पताल नहीं जहां IAS-IPS अफसर अपना इलाज करायें, कोई ऐसा स्कूल नहीं था जहां अधिकारी अपने बच्चे पढ़ाये। कोरोना काल के दौरान एक बैठक के दौरान ये बातें मैंने अधिकारियों को कहा था, जिसके बाद शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम और प्रमुख सचिव डॉ आलोक शुक्ला ने इसे चुनौती के तौर पर लिया और अंग्रेजी मीडियम स्कूल की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि

“कोरोना काल में अफसरों के साथ लगातार बैठकें हो रही थीं। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते मुझे लगता था कि हमारे छत्तीसगढ़ में ऐसा एक भी अस्पताल नहीं, जिसमें IAS-IPS अधिकारी अपना और परिजनों का इलाज करा सकें। ऐसा कोई स्कूल नहीं जिसमें IAS-IPS अपने बच्चों को पढ़ा सकें। छत्तीसगढ़ बने 21 साल हो गए, अब कम से कम इस चुनौती को स्वीकार करें। डॉ. प्रेमसाय सिंह और डॉ. आलोक शुक्ला ने इसको स्वीकार किया। वहीं से शुरुआत हुई स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की”

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी शुरूआत हमने राजधानी से की, इसलिए रायपुर के तीन स्कूलों को चयनित किया गया। उन्होंने कहा कि …

“मैंने कलेक्टर को चयनित तीन स्कूलों के रिनोवेशन के लिए 2-2 करोड़ रुपए दिए। शिक्षकों की बात आई तो जिले के ऐसे शिक्षकों को वहां भेजा गया, जिन्होंने अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई की थी। बाद में इसकी लोकप्रियता और मांग बढ़ती रही। उसके बाद इसे 52 तक पहुंचाया गया। अब ऐसे 171 स्कूल हो गए हैं। अभी भी विधायकों का दबाव बना रहता है कि उनके क्षेत्र में भी यह स्कूल खुले”

मुख्यमंत्री ने आत्मनंद स्कूल की सार्थकता बताते हुए कहा कि …

“मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि इस स्कूल में IAS, IPS, IRS, IFS के बच्चों ने भी लाइन लगाकर एडमिशन लिया और मुझे नहीं लगता कि यहां जितने बच्चों के एडमिशन के लिए इसमें एप्रोच आया, उतना एप्रोच किसी और दूसरे चीजों के लिए आया होगा”

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