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3 शिक्षकों पर गिरी गाज: कलेक्टर ने 2 शिक्षकों को किया सस्पेंड, एक का इंक्रीमेंट रोका…..दो टूक – गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में लापरवाही नही जायेगी बर्दाश्त

रायगढ़ 24 जुलाई 2022। शिक्षा व्यवस्था में पलीता लगाने वाले 3 शिक्षकों पर रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू ने कड़ा एक्शन लिया हैं। कलेक्टर के निर्देश पर डीईओं ने दो शिक्षकों को सस्पेंड करने के साथ ही एक शिक्षक का एक साल का इंक्रीमेंट रोकने का आदेश जारी किया हैं। कलेक्टर रानू साहू ने साफ कर दिया हैं कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेगी। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नही जायेगा। कलेक्टर के इस एक्शन के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ हैं।

गौरतलब हैं कि रायगढ़ पदस्थाना के बाद से ही कलेक्टर रानू साहू स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर परिणाम को लेकर प्रयासरत हैं। पोस्टिंग के साथ ही कलेक्टर ने सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर देने के साथ ही लापरवाह शिक्षकों को सख्त हिदायत देकर चेतावनी दी गयी थी। बताया जा रहा हैं कि कलेक्टर रानू साहू के समक्ष तीन शिक्षकों की शिकायतें आयी थी। शिकायत में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मूरा के शिक्षक अजय कुमार सरल पर स्कूल की छात्राओं के साथ अनुचित व्यवहार करने के साथ ही शाला में अनुशासनहीनता की गंभीर शिकायत मिली थी।

इसके साथ ही माध्यमिक शाला रुडूकेला के शिक्षक रमेश कुमार डिल्की के अक्सर स्कूल में शराब सेवन कर पहुंचने की शिकायत कलेक्टर के समक्ष आई थी। इस गंभीर प्रकरण पर कलेक्टर रानू साहू ने DEO को मामले की जांच का निर्देश दिया गया था। जांच में शिकायत सही पाये जाने पर कलेक्टर ने कड़ा एक्शन लेते हुए दोनों शिक्षको को तत्काल निलंबित करने का निर्देश डीईओं को दिया गया। कलेक्टर का आदेश होते ही डीईओं ने दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। ठीक इसी तरह प्राथमिक शाला भाटा बरभांठा विकासखंड घरघोड़ा के सहायक शिक्षक एलबी संजय निकुंज के विरूद्ध शिकायतआयी थी।

शिक्षक पर विद्यालय में अक्सर अनुपस्थित रहने के साथ ही शराब सेवन कर विद्यालय आने की शिकायत मिली थी। उक्त शिक्षक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था। संतोषप्रद जवाब नही मिलने पर कलेक्टर के निर्देश पर शिक्षक संजय निकुंज का डीईओं ने एक साल का इंक्रीमेंट रोकने का आदेश जारी किया गया हैं। तीनों शिक्षकों पर एक्शन लेने के साथ ही कलेक्टर रानू साहू ने साफ कर दिया हैं कि सरकारी स्कूलों में बेहतर अध्यापन कार्य की दिशा में हर सुविधांए मुहैय्या करायी जायेंगीं। लेकिन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर अगर कोई पलीता लगाता हैं, तो ये बर्दाश्त नही किया जायेगा। शिक्षा व्यवस्था को मजाक बनाने वाले शिक्षकों पर भविष्य में भी सख्ती के साथ कार्रवाई की जायेगी।

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