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अच्छे परफॉर्मेंस देने वाले सेजेस के शिक्षकों को आईआईएमए में प्रशिक्षण…बच्चे शिक्षकों को देखकर ही सीखते हैं बोले राजेश राणा

स्वामी आत्मानद इंग्लिश मीडियम स्कूल के शिक्षकों ने योग और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया

रायपुर, 25 जून 2022/छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी की मंशा अनुसार स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट योजना के अंतर्गत प्रारंभ किए गए इंग्लिश मीडियम स्कूल के शिक्षकों को गुणवत्ता युक्त प्रशिक्षण देने का प्रयास एससीईआरटी द्वारा लगातार किया जा रहा है इस प्रशिक्षण में स्कूल शिक्षा विभाग के विशेष सचिव व संचालक एससीईआरटी राजेश सिंह राणा अलग-अलग स्थानों में आयोजित प्रशिक्षण में शिक्षकों से कहा की इंडक्शन ट्रेनिंग के पश्चात जिन शिक्षकों द्वारा अच्छा परफॉर्मेंस अर्थात शासन द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुरूप प्रदर्शन करेंगे उन शिक्षकों को आईआईआईएम जैसे संस्थानों में प्रशिक्षण हेतु भेजा जाएगा ताकि उनकी स्किल में और वृद्धि हो सके उन्होंने कहा कि हमें बच्चों को अकादमी ज्ञान के साथ-साथ उन्होंने उनका सर्वांगीण विकास करना है इसलिए उनकी छिपी हुई प्रतिभा को सामने लाने के लिए उनकी रुचि को ध्यान में रखते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम खेल इत्यादि गतिविधियां हमें निरंतर करनी होगी अपडेट करने के लिए हमें अपने आपको भी अपडेट करना होगा

स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के शिक्षकों का प्रशिक्ष राजधानी में एक साथ पांच स्थानों-एससीईआरटी, सीटीई, डाईट, काईट और ठाकुर प्यारेलाल ग्रामीण विकास संस्थान (एसआईआरडी) में आयोजित किया गया इन स्थानों पर 500 शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रशिक्षण में शिक्षकों को पेशेवर दक्षता, भाषा दक्षता, नेतृत्व प्रबंधन कौशल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग के विशेष सचिव श्री राजेश सिंह राणा ने नवनियुक्त शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट योजनांतर्गत प्रारंभ किए गए स्कूल में नियुक्त होना गर्व की बात है। यह प्रदेश की उच्च प्राथमिकता का कार्यक्रम है और आप इसके महत्वपूर्ण अंग हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे शिक्षकों को देखकर ही सीखते हैं। इसलिए सबसे पहले शिक्षकों को वेशभूषा, आचरण में बदलाव लाना पड़ेगा और बच्चे के स्तर पर जाकर उसे बातचीत करनी होगी। शिक्षकों को नकारात्मकता को छोड़कर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा। श्री राणा ने कहा कि बच्चे जो देखते हैं, वही सीखते हैं। शिक्षक बच्चे को जो देना चाहते हैं उसे अपने आचरण में भी लाना होगा। उन्होंने अपने स्कूली समय को याद करते हुए कहा कि मैं जिस शिक्षक को देखकर सीखा है उनके आचरण को आज भी याद करता हूं। श्री राणा ने कहा कि बच्चों को रोबोट नहीं बनाना है। बच्चों में नैतिक शिक्षा कैसे लाएं इस पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि इसका उल्लेख राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी है। श्री राणा ने कहा कि शिक्षकों में आत्मविश्वास की कमी नहीं है, केवल उनको प्रशिक्षण का मौका दिया जाए। इससे विभिन्न विषयों में बातचीत करने, सांस्कृतिक कार्यक्रम और योग की भी व्यवस्था एससीईआरटी द्वारा की गई है।

स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे ने श्ने प्रतिभागियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दिए और आगामी सत्र के लिए शिक्षकों को प्रोत्साहित किया। श्री राणा के निर्देश पर असिस्टेंट डायरेक्टर एवं स्टेट मीडिया सेंटर के नोडल अधिकारी प्रशांत पांडेय ने भी सभी सत्रों में जाकर व्यक्तित्व विकास संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया इस अवसर पर उन्होंने बच्चों के साथ कैसे वातावरण निर्माण करना है उन्होंने एक्शन के साथ गीत भी गाए सहायक निदेशक सेज सेल श्री कौस्तुभ चटर्जी, इस कार्यशाला में डॉ विद्या चंद्राकर आई संध्या रानी केके शुक्ला प्रीति सिंह पुष्पा चंद्रा ज्ञान प्रकाश द्विवेदी ललित साहू सविता गुप्ता रिसोर्स पर्सन चानी एरी श्रीमती चरनित संधू, श्रीमती कमला राजपाल, कविता मिश्रा, श्री मनोज कुमार शर्मा और प्रज्ञा सेनापति उपस्थित थे।

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