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इंद्रावती भवन में दो दिवसीय छत्तीसगढ़ी राजभाषा शिविर…. नीलकंठ टेकाम बोले-प्रशासन और जनता के बीच की कड़ी छत्तीसगढ़ी

नवा रायपुर 24 फरवरी 2023। छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के तत्वाधान में इन्द्रावती भवन स्थित आडिटोरियम में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के सौजन्य से दो दिवसीय छत्तीसगढ़ी राजभाषा शिविर का समापन श्री नीलकंठ टीकाम, संचालक कोष लेखा के कर कमलों से हुआ।

छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के सचिव श्री अनिल भतपहरी ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि फेडरेशन के सहयोग से इन्द्रावती भवन में कार्यरत समस्त शासकीय सेवकों को छत्तीसगढ़ी भाषा का प्रयोग लेखन व बोलचाल में करते हुए छत्तीसगढ़ी भाषा को बढ़ावा देने के लिए निरंतर सहयोग प्रदान किया जा रहा है।उन्होंने शिविर में भाग ले रहे शासकीय सेवकों से आवेदन पत्र, नोटशीट छत्तीसगढ़ी में लिखने की अपील करते हुए परस्पर संवाद छत्तीसगढ़ी में करने अनुरोध किया।

समापन समारोह के मुख्य अतिथि श्री नीलकंठ टीकाम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि फेडरेशन द्वारा शासकीय कार्यालयों में छत्तीसगढ़ी भाषा को प्रचार प्रसार करने के लिए किए जा रहे प्रयास अत्यंत प्रशंसनीय है। उन्होंने कहां कि यदि अन्य राज्यों में वहां की भाषा एवम् बोली का उपयोग शासकीय कार्यों में किया जाता है तो छत्तीसगढ़ में भी छत्तीसगढ़ी को निःसंकोच अपनाना चाहिए। आयोग द्वारा पूर्व में किये गये शिविर का लाभ निश्चित रूप से इन्द्रावती भवन में कार्यरत अधिकारियों कर्मचारियों को मिला है।छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र से कोई व्यक्ति अपनी समस्या लेकर मेरे पास आता है तो मैं उनसे छत्तीसगढ़ी में ही संवाद करता हूं। आगे उन्होंने कहां कि यदि राज्य छत्तीसगढ़ियों के लिए बना है तो आम जनता को भी प्रशासन के माध्यम से इसका अहसास अवश्य होना चाहिए।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रशिक्षक डॉ चितरंजन कर ने कहां कि छत्तीसगढ़ी भाषा और संस्कृति का चोली दामन का संबंध है।छत्तीसगढ़ी भाषा प्रदेश के अस्मिता और संस्कृति के लिए आवश्यक है।

कमल वर्मा, प्रांतीय संयोजक, छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि फेडरेशन द्वारा राजभाषा आयोग के सहयोग से समस्त विभागाध्यक्ष कार्यालय के कर्मचारियों अधिकारियों को छत्तीसगढ़ी भाषा का प्रशिक्षण देकर ग्रामीण स्तर के आगुंतको को उनकी समस्याओं का सुगमता से निराकरण किया जा सके उसके लिए प्रयासरत है।साथ ही उन्होने प्रशिक्षण ले रहे शासकीय सेवको से अपील करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो से आने वाले जनप्रतिनिधियों एवं आम जनता के साथ छत्तीसगढ़ी में ही संवाद स्थापित किया जाये ।इस अवसर पर उन्होने कहा कि फेडरेशन आयोग के सहयोग से जिला स्तर पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित करेगा।

कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ी महतारी के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर राजगीत से प्रारंभ किया गया । इस अवसर पर राजभाषा आयोग की ओर से प्रशिक्षक डॉ जय भारती चंद्राकर, सुषमा गौराहा,आदर्श दुबे, दिनेश पांडे एवं छत्तीसगढ़ संचालनालयीन विभागाध्यक्ष कर्मचारी संघ के पदाधिकारी जय साहू, सुभाष श्रीवास्तव, कुलदीप बजाज, लोकेश वर्मा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष संतोष कुमार वर्मा ने किया।

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