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VIDEO : जोगी…जोगेरिया और इलाज : ऋचा बोली- जोगेरिया रोग से ग्रसित है सरकार… आरपी बोले- भूपेश बघेल जोगेरिया बीमारी के सबसे बड़े डाक्टर..

रायपुर 17 नवंबर 2022। जोगी की जाति का जिन्न एक बार फिर जाग गया है। ऋचा जोगी के खिलाफ मुंगेली के सिटी कोतवाली थाने में फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में FIR दर्ज की गयी है। ऋचा जोगी ने कहा है कि वो इस मामले में कोर्ट जायेगी। उन्होंने खुद के खिलाफ लगे आरोप को दुर्भावना से प्रेरित बताया। JCCJ नेत्री ऋचा जोगी ने कहा कि मेरे खिलाफ झूठे FIR को कोर्ट में चुनौती दूंगी। रिचा ने कहा कि जोगी जन अधिकार यात्रा की घोषणा के बाद कांग्रेस सरकार घबराई हुई है। ऋचा ने कहा कि पूर्व की सरकार में पहले डॉ. साहब को हुआ था जोगेरिया अब मुख्यमंत्री भी जोगेरिया से ग्रस्त हैं। ऋचा ने कहा कि में रहूं या ना रहूं, लेकिन जोगी जन अधिकार पदयात्रा नहीं रूकेगी। ऋचार ने कहा कि 2 साल के बच्चे की मां हूँ, मैं हिम्मती हूँ, मै FIR से नहीं घबराती हूँ।

इधर ऋचा जोगी के बयान पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। आरपी सिंह ने कहा है कि राज्य स्थापना के समय से ही जोगेरिया एक बड़ी बीमारी रही है जिससे प्रदेश और कांग्रेस का बहुत नुक़सान हुआ है। वर्तमान में भूपेश बघेल ही इस बीमारी के सबसे बड़े डाक्टर हैं। उन्होंने इस बीमारी को 75 प्रतिशत तक ठीक कर दिया है और बची हुई 25 प्रतिशत बीमारी प्रदेश की जनता 2023 के चुनावों में ठीक कर देगी।

कांग्रेस प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने कहा है कि नक़ली आदिवासियों का वह सुनहरा समय अब समाप्त हो चुका है, जब डॉक्टर रमन सिंह की छत्रछाया में असली आदिवासियों का हक़ छीना जाता था। अब राज्य में कका भूपेश बघेल की सरकार है किसी भी नक़ली आदिवासी को असली आदिवासियों के हक़ पर डाका डालने नहीं दिया जाएगा और ऋचा जोगी के खिलाफ़ दर्ज हुई एफआईआर इसी की एक कड़ी है। पहले ज़िला स्तरीय प्रमाण पत्र सत्यापन समिति मुंगेली और अब राज्य स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति ने ऋचा जोगी के आदिवासी प्रमाण पत्र को अवैध पाया है।

दोनों ही समितियों की रिपोर्ट में ऋचा जोगी के द्वारा क़ारित आपराधिक कृत्य के खिलाफ़ क़ानूनी कार्यवाही करने की अनुसंशा की गई है। दोनों ही समितियों ने ऋचा जोगी को अपना पक्ष रखने का पर्याप्त अवसर दिया था लेकिन अपने तमाम असफ़ल प्रयासों के बाद भी ऋचा जोगी अपने आप को असली आदिवासी साबित नहीं कर सकी।


पहले स्व. अजीत जोगी फिर उनके पुत्र अमित जोगी और अब ऋचा जोगी नक़ली आदिवासी बनकर असली आदिवासियों का हक़ छीनते रहें हैं लेकिन अब राज्य में भूपेश बघेल की सरकार है जहाँ न्याय सभी के लिए उपलब्ध है। जोगी परिवार को इस मामले में घटिया और निम्न स्तरीय राजनीति छोड़कर प्रदेश के आदिवासी समाज से अपने कृत्यों के लिए माफ़ी माँगनी चाहिए।

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