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VIDEO- CG हाईकोर्ट में लगी CSP को कड़ी फटकार, “आप अगर जज का काम करने लगे है, वर्दी छोड़कर जज बन जाईये”…

बिलासपुर 16 दिसंबर 2023। हाईकोर्ट ने जमीन के एक मामले में सुनवाई के दौरान सीएसपी को जमकर फटकार लगायी। जस्टिस नरेंद्र कुमार ने सुनवाई के दौरान कहा कि अगर फैसला करने का इतना ही शौक है तो वर्दी उतारकर वकालत करने लदिये। दरअसल जस्टिस नरेंद्र जमीन मामले में दायर शिकायत पर एफआईआर नहीं किये जाने पर नाराज थे। एफआईआर दर्ज न किए जाने से नाराज जस्टिस नरेंद्र कुमार व्यास ने कहा कि पुलिस ही जांच और एफआईआर में गड़बड़ी करती है।

मामले में कुछ नेताओं का नाम सामने आने के बाद हाईकोर्ट ने पूछा, पुलिस पर कहीं कोई राजनैतिक प्रेशर तो नहीं था। जस्टिस नरेंद्र कुमार ने कड़े शब्दों में सीएसपी पटेल से कहा कि रजिस्ट्रेड एफआईआर चाहिए। जस्टिस कुमार पुलिस की कारवाई से असंतुष्ट नजर आए और उन्होंने सीएसपी को फटकार लगाते हुए कहा कि कहा ऐसा क्या हो जाता है की बड़े लोगों के ऊपर एफआईआर करने से चूक ही जाते हो अगर मैने कारवाई करते लिख दिया ना तो सीएसपी संदीप पटेल साहब परेशानी मे आ जाओगे।

जानकारी के मुताबिक सरकंडा क्षेत्र के चांटीडीह में रहने वाले पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष रज्जब अली बिल्डिंग मटैरियल सप्लाई का काम करते थे। जिस जगह पर उनकी दुकान थी, उस पर विवाद था। जिसके बाद उन्होंने तनाव में आकर घर के आंगन में पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में कांग्रेस नेता अकबर खान और दीपेश चौकसे के खिलाफ शिकायत हुई थी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। मृतक रज्जब अली की जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला था।

सुसाइड नोट में इसमें उन्होंने परिवार के सदस्यों से माफी मांगते हुए अपने आपको कांग्रेस कार्यकर्ता बताते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से अपने परिवार के सदस्यों की सुरक्षा की मांगी थी। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर लिया था। मामले में मृतक व्यवसायी कांग्रेस नेता के बेटे हमाम अली और बेटी शबाना बेगम ने अपने पिता की मौत के लिए कांग्रेस नेता अकबर खान और तैय्यब हुसैन को जिम्मेदार ठहराया। हाईकोर्ट की नाराजगी के बाद सीएसपी ने तुरंत नोटरी के साथ एफआईआर करने की बात कोर्ट में कही।

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