विधानसभा बिग ब्रेकिंग : सदन की जांच समिति से जांच की घोॆषणा ……डीबार करने के बावजूद कंपनी को 261 करोड़ भुगतान का मामला…. मंत्री ने माना- “ऐसा नहीं होना चाहिये था, सदन की जांच समिति से जांच की सहमति देता हूं”
रायपुर 22 मार्च 2022। कृषि व बीज निगम को सामिग्री प्रदान करने वाली त्रिमूर्ति साइंस प्लांट फर्म को ब्लैक लिस्टेड करने का मामला सदन में उठा। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सवाल पूछा कि राज्य बीज एंव कृषि विकास द्वारा उर्वरक, बीज, कीटनाशक प्रदान करने वाली कंपनी को लिस्टेड किया गया है क्या?
जवाब में मंत्री रविंद्र चौबे ने सदन में स्वीकार किया कि त्रिमूर्ति साइंस प्लांट फर्म को डीबार किया गया था, लेकिन उसके डीबार को हटाकर 261 करोड़ का भुगतान किया गया है। मंत्री ने ये भी स्वीकार किया कि डीबार के बावजूद भुगतान नहीं होना था, अगर ऐसा हुआ है तो ये गलत हुआ है। भुगतान नहीं किया जाना था।
इस जवाब के बाद विपक्ष आक्रामक हो गया। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने इस मामले में सदन की कमेटी से जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि इस मामले में सदन की कमेटी से जांच होनी चाहिये, क्योंकि ये बहुत ही गंभीर मामला है। वहीं शिवरतन शर्मा, अजय चंद्राकर और सौरभ कुमार ने इस मामले में दोषी अधिकारी को हटाने की मांग की। साथ ही तय समय अवधि में पूरे मामले की जांच कराने की मांग की। मंत्री ने माना कि डीबार करने के बाद पैसे का भुगतान नहीं किया जाना था। अधिकारी को निलंबित कर, जांच कराने की मांग शिवरतन शर्मा ने की।
विपक्ष की मांग पर मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि वो इस बात से सहमत है कि पूरे मामले की विस्तृत जांच होनी चाहिये। इसलिए वो सदन की कमेटी से जांच की सहमति देते हैं। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मामले की सदन की जांच समिति से जांच की घोषणा करता हूं।