टॉप स्टोरीज़

मरीजों की जान बचने के लिए डॉक्टर ने दिखाई मानवता, ट्रैफिक जाम के कारण इमरजेंसी सर्जरी के लिए हो रही थी देर, 3KM दौड़कर अस्पताल पहुंचे डाॅक्टर….

बेंगलुरु 12 सितंबर 2022 : बेंगलुरु में ट्रैफिक जाम की समस्या बेहद आम है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से शहर बारिश से जूझ रहा है। इस बीच एक डॉक्टर ने अपने मरीज की जान बचाने के लिए ऐसा कदम उठाया जो दूसरों के लिए मिसाल बन गया है। ये डॉक्टर हैं मणिपाल हॉस्पिटल में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के सर्जन डॉ. गोविंद नंदकुमार। जो 30 अगस्त को एक अर्जेंट लेप्रोस्कोपिक गॉलब्लैडर की सर्जरी करने जा रहे थे, लेकिन वे सरजापुर-मराठल्ली पर जाम में फंस गए। डॉ. नंदकुमार ने ट्रैफिक देखकर सोचा कि देर होने से महिला की जान को खतरा हो सकता है इसलिए उन्होंने कार वहीं छोड़ दी और सर्जरी करने के लिए तीन किलोमीटर तक दौड़ लगाकर हॉस्पिटल पहुंचे।

यह घटना 30 अगस्त की बताई जा रही है। इस दिन सरजापुर-मराठाहल्ली खंड में मणिपाल अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी सर्जन डॉ गोविंद नंदकुमार की कार बीच ट्रैफिक में फंस गए। सामान्य स्थिति में डॉक्टर ट्रैफिक खुलने का इंतजार कर सकते थे लेकिन उस दिन वह पहले से तय पित्ताशय की थैली की सर्जरी करने के लिए जा रहे थे। ऐसे में डॉक्टर गोविंद नंदकुमार ने अपने मरीज की सर्जरी को ध्यान में रखते हुए, सही समय पर पहुंचने के लिए कार छोड़कर दौड़ लगानी शुरू कर दी।

https://www.instagram.com/p/CiVQ6M5tZKs/?utm_source=ig_embed&ig_rid=89e90357-0ff0-4c73-8425-846603551cac

उनका मरीज पहले से ही सर्जरी के लिए तैयार था। इसके साथ ही कुछ अन्य मरीज भी थे जो कि सर्जरी के बाद उनका इंतजार कर रहे थे। उन सभी के बारे में सोचते हुए डॉक्टर गोविंद ट्रैफिक में फंसी अपनी कार से बाहर निकले और करीब 3 किमी दूर अस्पताल पहुंचने के लिए पैदल ही दौड़ने लगे।

हमारे सहयोगी TOI से बेंगलुरू यातायात की समस्या के बारे में बात करते हुए नंदकुमार ने बताया कि “उन्हें कनिंघम रोड से सरजापुर के मणिपाल अस्पताल पहुंचना था। भारी बारिश और जलभराव के कारण, अस्पताल से कुछ किलोमीटर आगे भारी ट्रैफिक जाम लगा हुआ था। ट्रैफिक कम होने का कोई अंदाजा न मिलने पर वह अपनी कार से बाहर निकले और अपने मरीज को बचाने के लिए 45 मिनट तक दौड़ते रहे। उन्होंने ट्रैफिक कम होने का इंतजार कर समय बर्बाद करने की बजाए दौड़कर अस्पताल पहुंचना सही समझा। उनके मरीजों को सर्जरी खत्म होने तक खाना खाने की मंजूरी नहीं थी, ऐसे में डॉक्टर गोविंद उन्हें ज्यादा इंतजार नहीं कराना चाहते थे।” पिछले 18 वर्षों से गैस्ट्रोएंटरोलॉजी सर्जन डॉ. गोविंद नंदकुमार मणिपाल अस्पताल का हिस्सा हैं। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण सर्जरी की हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह अब तक 1,000 से अधिक सफल ऑपरेशन कर चुके हैं।

Back to top button