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….जब 6 साल का रोहन बना एक दिन का थानेदार…. बाल सुरक्षा सप्ताह पर दुर्ग पुलिस की अनूठी पहल… पुलिस की कार्यशैली को समझाकर पुलिसकर्मियों ने बच्चों के सवाल के दिये जवाब…

दुर्ग 17 नवंबर 2021। बाल सुरक्षा सप्ताह पर दुर्ग पुलिस ने एक अनूठी पहल की। 6 साल के रोहन को खुर्सीपार थाने का एक दिन का थानेदार बनाया गया। इस पहल का मकसद पुलिस के साथ बच्चों का दोस्ताना संबंध और पुलिस की कार्यशैली से रूबरू कराना था। रोहन को एक दिन का थानेदार बनाने के लिए लॉटरी सिस्टम अपनाया गया। दरअसल बाल सुरक्षा सप्ताह को लेकर आज स्कूली बच्चों को खुर्सीपार थाने का विजिट कराया गया, ताकि वो पुलिस और पुलिसिंंग की बारीकियों को समझ सके।

SSP बीएल मीणा के निर्देश पर अभिव्यक्ति कार्यक्रम अंतर्गत ‘बाल सुरक्षा सप्ताह’ के अंतर्गत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईयूसीएडब्ल्यू मीता पवार के दिशा निर्देश पर , कार्यालय आई यू सी ए डब्ल्यू निरीक्षक  प्रभा राव, थाना प्रभारी खुर्सीपार  दुर्गेश शर्मा , प्रभारी महिला रक्षा टीम संगीता मिश्रा के द्वारा पुलिस की कार्यप्रणाली के संबंध में जानकारी देने हेतु एन.आर.बी स्कूल के बच्चों एवं शिक्षक, शिक्षिकाओं को थाना खुर्सीपार का भ्रमण कराया गया।

पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में थाना प्रभारी खुर्सीपार दुर्गेश शर्मा के द्वारा बच्चों एवं उपस्थित शिक्षक, शिक्षिकाओं को पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में समझाया गया, बच्चों के द्वारा पुलिस संबंधित जिज्ञासा भरे प्रश्न भी किए गए जिनका उत्तर थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा थाना खुर्सीपार, निरीक्षक प्रभा राव आई यू सी ए डब्ल्यू द्वारा दिया गया एवं छोटे बच्चों को खेल भी कराया गया।

रोहन देवांगन उम्र 6 वर्ष के बच्चे को एक दिन का थानेदार बनाकर थाना प्रभारी की कार्यप्रणाली के बारे में बताया गया। बच्चों एवं शिक्षक, चंद्रशेखर , शिक्षिका राखी साहू एवं अन्य को थाने में संचालित होने वाले कार्य की जानकारी दिया गया एवं थाना में स्थापित विभिन्न कमरों में ले जाकर संचालित किए जाने वाले कार्यों के बारे में जानकारी दी गई, जैसे मोहरिर कक्ष, मालखाना , रीडर कक्ष,बंदी कक्ष महिला डेस्क, वितंतु कक्ष आदि। बच्चों में काफी हर्ष और उल्लास थाना भ्रमण के दौरान दिखाई दे रहा था।

दुर्ग जिले के थाना-चौकी की पुलिस के द्वारा ‘बाल सुरक्षा सप्ताह’ के तहत अलग-अलग स्कूलों में जाकर बच्चों को गुड टच-बैड टच, यातायात नियम, साइबर सुरक्षा, पाक्सो एक्ट, जेजे एक्ट, मानव तस्कारी, नशा के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दिया जा रहा है। स्कूली बच्चों को अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहकर बेहतर शिक्षा हासिल करने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने आपातकालीन परिस्थितियों में पुलिस के नंबर भी छात्रों को उपलब्ध कराते हुए कहा कि किसी प्रकार की समस्या, घटना-दुर्घटना की जानकारी उपरोक्त नंबर पर दे ताकि आपकी सहायता समय पर की जा सके। पुलिस के अधिकारियों के द्वारा बाल सुरक्षा को लेकर सार्वजनिक जगहों में जाकर बच्चों व युवाओं को जागरूक किया जा रहा है।

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