ब्यूरोक्रेट्स

….जब कलेक्टर की हुई स्कूल में “राज्यपाल” से मुलाकात……वीकेंड पर कलेक्टर का दिखा बच्चों के बीच जुदा अंदाज…. साथ टेबल पर खाना खाकर आत्मीयता का अहसास भी कराया, खाने की गुणवत्ता भी परखी…

कोरबा 28 नवंबर 2021। वीकेंड पर कलेक्टर रानू साहू ने सुदूर क्षेत्र के आदिवासी बच्चों और संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवाओं के साथ वक्त बिताया। शनिवार को जहां कलेक्टर ने अजगरबहार छात्रावास का निरीक्षण किया, तो वहीं गढ़-उपरोड़ा के आदिवासी छात्रावास पहुंची। इस दौरान बच्चों के बीच कलेक्टर रानू साहू का बिल्कुल जुदा अंदाज दिखा। अजगरबहार बालक छात्रावास में तो वो बच्चों के साथ ही टेबल पर लंच करने का फैसला कर सबको चौका दिया । इस दौरान उन्होंने बच्चों के बीच आत्मीयता का अहसास भी कराया और खाने की गुणवत्ता भी परखी। बच्चों के बीच जिस सादगी से वो पेश आयी, उससे कहीं भी नौनिहालों को ये अहसास नहीं हुआ कि उनके बीच जिले की इतनी बड़ी अधिकारी पहुंची हुई है।

 

कलेक्टर रानू साहू गढ़ उपरोड़ा में थी। इस दौरान उनकी मुलाकात राज्यपाल नाम के एक छात्र से हो गयी। बच्चों से इंट्रोडक्शन के दौरान जैसे ही कलेक्टर को बच्चे का नाम “राज्यपाल” मालूम पड़ा, खुद भी वो अपनी हैरानी नहीं रोक पायी। छठवीं क्लास में पढ़ने वाला पहाड़ी कोरवा छात्र का आत्मविश्वास और पढ़ने की लगन ने कलेक्टर को भी प्रभावित किया, लिहाजा कलेक्टर रानू साहू ने उस बच्चे के साथ अपनी तस्वीर भी खिंचवाई। कलेक्टर ने कल गढ़-उपरोड़ा पहुंचकर वहां के आदिवासी बालक आश्रम का आकस्मिक निरीक्षण किया था। कक्षा छठवीं के छात्र राज्यपाल ने कलेक्टर को बताया कि वह दूरस्थ वनांचल क्षेत्र कदमझरिया का रहने वाला है। विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा वर्ग का यह छात्र अपनी पढ़ाई के लिए परिवार से दूर गढ़-उपरोड़ा के आदिवासी बालक आश्रम में रह रहा है। कलेक्टर रानू साहू ने छात्र से आश्रम में रहने, खाने और पढ़ने की सुविधाओं के बारे में भी पूछा। कलेक्टर ने खुद भी हॉस्टल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अच्छी व्यवस्थाओं के लिए सहायक आयुक्त माया वारियर आयुक्त को बधाई दी। इसके साथ ही कलेक्टर ने सभी विद्यार्थियों को मन लगाकर पढ़ने और जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को आश्वस्त किया कि उनकी पढ़ाई के लिए अच्छा माहौल देने और सभी सुविधाएं देने में प्रशासन हमेशा तत्पर रहेगा। छात्रावास में बच्चों के साथ समय बिताने और उन्हे मोटिवेट करने के बाद कलेक्टर रानू साहू वनांचल ग्राम कदमझरिया और छातासराई पहुँची। यहां संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवाओं के बीच पहुंचकर कलेक्टर ने गांव में ही पेड़ के नीचे चौपाल लगाया गया। पहाड़ी कोरवा परिवारों से सीधे मुलाकात कर कलेक्टर ने न केवल उनसे शासन की योजनाओं से मिलने वाले लाभ की जानकारी ली, बल्कि क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ और पेयजल और बिजली जैसी सुविधाओं की जानकारी ली गयी। चौपाल में पहाड़ी कोरवा परिवार ने कई समस्याएं भी बताई, जिसे कलेक्टर ने मौके पर ही निराकरण के लिए आदेशित किया गया। वही कलेक्टर ने पहाड़ी कोरवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने की दिशा में जमीनी स्तर पर कार्य करने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया। कलेक्टर रानू साहू ने मौके पर ही पहाड़ी कोरवा परिवारों के लिए बकरी पालन, सब्जी और मशरूम उत्पादन से जोड़ने के साथ ही महिलाओं का समूह बनाकर बकरी पालन के लिए प्रोत्साहित करने विभाग के अफसरों को कहा गया।

 

वनांचल ग्राम छातासराई में स्कूल भवन के जर्जर होने की शिकायत पर कलेक्टर ने तत्काल सुधार कार्य करने का निर्देश देने के साथ ही ग्राम कदमझरियां में पेयजल की समस्या का तत्काल निदान करने का आदेश दिया गया। वहीं ग्राम चौपाल में मौजूद एक 6 साल के बच्चें की तबियत खराब होने की जानकारी मिलते ही कलेक्टर ने मौके पर मौजूद स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को बेहतर उपचार का निर्देश दिया गया। कोरबा जिला के वनांचल क्षेत्र में कलेक्टर रानू साहू के दिन भर के दौरे और चौपाल से संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवाओं की समस्यां का जहां मौके पर ही निराकरण किया गया, वही स्कूल और छात्रावास सहित स्वास्थ केंद्रो में तत्काल व्यवस्था दुरूस्त करने का निर्देश कलेक्टर ने दिया है, जिसका सीधा फायदा आने वाले दिनों में स्थानीय लोगों को मिल सकेगा।

 

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