शिक्षक/कर्मचारी

DA-HRA के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल किये, तो फिर हमारी वेतन विसंगति का क्या होगा… जाकेश साहू ने फेडरेशन की मांग पत्र में हो वेतन विसंगति का मुद्दा… तभी …

रायपुर 4 अगस्त 2022। शिक्षक नेता जाकेश साहू ने कहा है कि फेडरेशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल में सहायक शिक्षक नहीं जायेंगे। जाकेश साहू ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि फेडरेशन की मांग पत्र में वेतन विसंगति का मुद्दा नहीं होने की वजह से सहायक शिक्षक काफी निराश हैं। इसलिए सहायक शिक्षक की दूरी अनिश्चितकालीन हड़ताल से बनती दिख रही है। जाकेश साहू ने कहा है कि सहायक शिक्षकों की संख्या सबसे ज्यादा अर्थात लगभग 1,09,000 है। जो कि संख्याबल के आधार पर प्रदेश में सबसे बड़ा है। कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन में लगभग 86 संगठन शामिल है जिसमें सहायक शिक्षकों की संख्या एक तरफ और पूरा 86 संगठन एक तरफ। प्रदेश के लगभग सभी गांवों एवं माजरा टोलों में प्राइमरी स्कूल है जंहा सहायक शिक्षक पदस्थ है मतलब सहायक शिक्षकों की पहुंच प्रदेश के लगभग प्रत्येक गांवों तक है और वँहा पदस्थ शिक्षक प्रतिदिन स्कूल जाते है तथा गांव के लगभग सभी पालकों से सालभर उनका मिलना जुलना रहता है।


वहीं दूसरी तरफ फेडरेशन के अन्य अनुसांगिक संगठनों में कर्मचारियों की संख्या किसी मे महज तीन सौ, किसी मे सात सौ, कंही एक हजार तो कंही पांच हजार की संख्या है। ऐसे में सहायक शिक्षकों के आंदोलन में सम्मिलित नहीं होने से आंदोलन पूर्णतः असफल हो जाएगा क्योंकि आंदोलन के दौरान वेतन विसंगति से नाराज सहायक शिक्षक स्कूल लगाएंगे।


सहायक शिक्षकों ने कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के विगत सभी तीन चरणों के आंदोलन का खुला समर्थन करते हुए डीए और एचआरए के दो सूत्रीय मांगों पर हड़ताल में सम्मिलित हुए थे।
चूंकि हड़ताल सिर्फ डीए और एचआरए के मुद्दों पर था परन्तु फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा आंदोलन के तीसरे चरण में चौथे दिन अनियमित कर्मचारियों तथा रसोइया संघ के मांगो को भी मांग पत्र में शामिल कर लिया। ऐसे में सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति का मुद्दा भी जोर पकड़ लिया है।


यह बात उल्लेखनीय है कि सहायक शिक्षकों के वेतन में भारी विसंगति है जिस मुद्दे पर प्रदेश के 1,09,000 सहायक शिक्षक विगत 2013 से लड़ाई लड़ते आ रहे है। ऐसे में “छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन” के ‘संस्थापक’ एवं “शिक्षक एलबी संवर्ग छत्तीसगढ़” के प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू ने प्रदेशभर के सहायक शिक्षकों के नाम सोसल मीडिया में संदेश प्रसारित करते हुए आगामी 22 अगस्त से घोषित अनिश्चितकालीन आंदोलन से तब तक दूरी बनाए रखने की अपील की है जब तक कि कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति के मुद्दे को अपने मांग पत्र में पहले नम्बर पर नहीं रखा जाता।


बहरहाल अब देखना यह होगा कि कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा अपने मांग पत्र में सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति के मुद्दे को सम्मिलित किया जाता है अथवा नहीं। यदि उक्त मुद्दे को शामिल नहीं किया गया तो आंदोलन पूर्णतः विफल हो जाएगा।


राज्य में सहायक शिक्षकों के फायरब्रांड नेता जाकेश साहू ने साफ साफ और स्पष्ट शब्दों में कहा है कि प्रदेश के 1,09,000 सहायक शिक्षकों की मुख्य मांग वेतन विसंगति को दूर करना है और इसी के लिए वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे न कि किसी अन्य मुद्दों पर। क्योकि डीए और एचआरए तो समस्त संगठनों का पूरक मांग है न कि मुख्य मांग। यदि राज्य के सहायक शिक्षक सिर्फ डीए और एचआरए के लिए ही अनिश्चितकालीन आंदोलन में चले जाएंगे तो हमारे वेतन विसंगति का क्या होगा..?

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