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58 करोड़ कैश, 32 किलो सोना….इनकम टैक्स की रेड में कारोबारी के ठिकानों से मिला कुबेर का खजाना….नोट गिनने में लगे 13 घंटे….बाराती बनकर पहुंचे थे इनकम टैक्स अफसर

जालना 11 अगस्त 2022। महाराष्ट्र के जालना में आयकर विभाग ने स्टील, कपड़ा व्यापारी और रियल स्टेट डेवलपर के यहाँ छापेमारी की है. जिसमे बड़ी मात्रा में बेनामी संपत्ति विभाग को मिली है. करीब 390 करोड़ की बेनामी संपत्ति को आयकर विभाग ने जप्त किया है. इसमे 58 करोड़ कैश, 32 किलो सोना, हीरे मोती के दाघिने और कई प्रोपर्टी के कागजात मिले है.

बंगाल के बाद महाराष्ट्र में भी आयकर विभाग की छापेमारी में भारी कैश मिला है. महाराष्ट्र के जालना में आयकर विभाग ने स्टील, कपड़ा व्यपारी और रियल एस्टेड डेवलपर के यहां छापेमारी की है, जिसमें बड़ी मात्रा में बेनामी संपत्ति विभाग को मिली है. छापेमारी में मिले कैश को गिनने के लिए विभाग को 13 घंटे लगे. 1 से 8 अगस्त के बीच यह कार्यवाही हुई है. आयकर विभाग की नासिक ब्रांच ने कार्यवाही को अंजाम दिया है. राज्य भर के 260 अधिकारी और कर्मचारी कार्यवाही में शामिल थे. 120 से ज्यादा गाड़ियों का इस्तेमाल हुआ है. 5 टीमों में बंटकर अधिकारियों ने इस रेड को अंजाम दिया है.

छापेमारी में मिले कैश को गिनने में विभाग को 13 घंटे का समय लगा. इनकम टैक्स ने 1 से 8 अगस्त के बीच यह कार्रवाई की है. आयकर विभाग की नासिक ब्रांच ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है. राज्य भर के 260 अधिकारी और कर्मचारी इस कार्रवाई में शामिल थे. आईटी की कर्मचारी पांच टीमों में बंटे हुए थे और छापेमारी में 120 से ज्यादा गाड़ियों का इस्तेमाल हुआ. 

रेड में मिले हुए कैश को जालना के स्टेट बैंक में ले जाकर गिना गया है. सुबह 11 बजे कैश गिनने का काम शुरू हुआ जो रात 1 बजे तक चला. आयकर विभाग को सूचना मिली थी कि जालना के चार स्टील कंपनी के व्यवहार में अनियामियता है. जिसके बाद विभाग एक्शन में आया. विभाग ने घर और कारखाने में छापेमारी की. घर पर कुछ मिला नहीं, लेकिन शहर के बाहर फार्महाऊस से नगदी बरामद हुई है.

फिल्मी अंदाज में छापा 

आयकर विभाग की इस कार्रवाई में टीम ने कुल 390 करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्ति जब्त की है. सूत्रों के मुताबिक 3 अगस्त की सुबह आयकर विभाग की 100 से अधिक गाड़ियां जालना में दाखिल हुईं. इन गाड़ियों पर विवाह समारोह के स्टीकर लगे थे. इन गाड़ियों पर ‘राहुल वेड्स अंजलि’ के स्टिकर लगे थे. सैकड़ों की संख्या में आई इन गाड़ियों के भीतर 400 से अधिक आयकर अधिकारी और कर्मचारी थे. गाड़ियों के इतने बड़े काफिले को देख पहले तो जालना निवासियों को कुछ समझ नहीं आया. उन्हें ऐसा लग रहा था कि ये गाडियां किसी शादी समारोह के लिए आई होंगी. लेकिन सावन के इस महीने में विवाह समारोह की बात लोगों को कुछ अजीब लगी थी. हालांकि कुछ देर बाद पता चल ही गया कि सैकड़ों गाड़ियों में सवार आए लोग आईटी के अधिकारी हैं और ये मेहमान शादी समारोह में नहीं बल्कि रेड करने के लिए आए थे.

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