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….क्या स्कूलों में लौटने लगे हैं सहायक शिक्षक ?…..सोशल मीडिया में वापसी का पत्र हो रहा है वायरल… उधर, फेडरेशन का दावा, “दवाब में आने का सवाल ही नहीं उठता, सभी शिक्षक हड़ताल पर”

रायपुर 16 दिसंबर 2021। …. तो क्या सहायक शिक्षक अब हड़ताल से वापस लौटने लगे हैं ?….क्या सरकार की सख्ती से सहायक शिक्षक डर गये हैं ?… ये सवाल इसलिए क्योंकि , कुछ पत्र सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहे हैं। एक पत्र जांजगीर जिले नवागढ़ विकासखंड का वायरल हुआ है, जिसमें प्रधानपाठक की तरफ से बीईओ को सूचना दी गयी है कि उनके स्कूल के सभी हड़ताल पर गये शिक्षक वापस लौट आये हैं। ऐसी ही कुछ और जानकारी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। हालांकि इस बारे में जब हमने जानकारी जुटानी चाही तो कहीं से भी पुख्ता कोई जानकारी नहीं दी गयी। शिक्षा विभाग की तरफ से ये जरूर कहा गया है कि शिक्षक अब हड़ताल से लौटने लगे हैं।

दरअसल पिछले दो दिनों से सहायक शिक्षकों के हड़ताल को लेकर सरकार ने बेहद ही सख्त तेवर दिखाये थे। पिछले दिनों 14 दिसंबर को पत्र जारी कर DPI ने सभी अनुपस्थित शिक्षकों की जहां DEO से रिपोर्ट तलब की थी, तो वहीं कल DPI के आयुक्त ने बेहद ही सख्त पत्र जारी कर सभी अनुपस्थित शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने का आदेश दिया था। हालांकि जब ये आदेश जारी किया गया था, तब रायपुर में हजारों की संख्या में सहायक शिक्षक जेल भरो आंदोलन के लिए जुटे हुए थे।

आज सहायक शिक्षक भूख हड़ताल पर हैं, हालांकि आज भीड़ थोड़ी कम है, हालांकि फेडरेशन ने दावा किया है कि सहायक शिक्षक जितने जा रहे हैं, उससे दोगुनी संख्या में रायपुर पहुंच भी रहे हैं। कल फिर रायपुर में बड़ी भीड़ रहेगी और कल उग्र प्रदर्शन किया जायेगा। सहायक शिक्षकों ने दावा किया है कि इस बार सरकार को अपनी मांगें मनवाकर ही वो वापस लौटेंगे। हालांकि सरकार की सख्ती के बीच सहायक शिक्षकों ने ये ऐलान कर दिया है कि वो सरकार की सख्ती से दवाब में आने वाले नहीं है। लेकिन इसी बीच कुछ शिक्षकों के स्कूलों में ज्वाइन कर लेने के बाद ये दावा किया जाने लगा है कि सहायक शिक्षक अब दवाब में आ गये हैं और वो स्कूलों में लौटने लगे हैं।

हालांकि फेडरेसन ने इन बातों को गलत ठहराया है। उन्होंने कहा है कि कोई भी शिक्षक स्कूलों में नहीं लौटा है, वो हड़ताल में है और तब तक हड़ताल में रहेगा, जब तक की उनकी मांगों पर सरकार विचार नहीं कर देती।

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