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बॉम्बे हाई कोर्ट के CJI जस्टिस दीपांकर दत्ता को सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत किया गया, कानून मंत्री ने दी जानकारी….

नई दिल्ली 11 दिसंबर 2022: सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा की गई सिफारिश के लगभग तीन महीने बाद केंद्र सरकार ने बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपांकर दत्ता को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की।

बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता को सुप्रीम कोर्ट का जज बना दिया गया है। जस्टिस दत्ता को रविवार को पदोन्नत कर उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश बनाया गया। उनके शपथ लेने के बाद शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या 28 हो जाएगी। भारत के मुख्य न्यायाधीश सहित सर्वोच्च न्यायालय में कुल 34 जज हो सकते हैं।

कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्विटर पर न्यायमूर्ति दत्ता को शीर्ष कोर्ट में पदोन्नत करने की घोषणा की। जस्टिस दत्ता का जन्म 9 फरवरी 1965 को हुआ था। जस्टिस दत्ता इस साल 57 साल के हो गए। उनका कार्यकाल 8 फरवरी 2030 तक होगा। सुप्रीम कोर्ट में सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष है। उनके नाम की सिफारिश पिछले साल सितंबर में तत्कालीन न्यायमूर्ति यूयू ललित (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने की थी।

तत्कालीन सीजेआई यूयू ललित के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने 26 सितंबर को पारित प्रस्ताव में जस्टिस दत्ता की पदोन्नति की सिफारिश की थी। सुप्रीम कोर्ट ने 10 नवंबर को कॉलेजियम की सिफारिशों पर न्यायिक नियुक्तियों में देरी को लेकर दायर एक अवमानना याचिका में सचिव (न्याय) को नोटिस जारी करते हुए सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट सीनियर एडवोकेट विकास सिंह द्वारा की गई दलील को रिकॉर्ड किया था। उन्होंने कहा था कि “यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति के लिए पांच सप्ताह से अधिक समय पहले की गई सिफारिश अभी भी नियुक्ति का इंतजार कर रही है।”

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