ब्रेकिंग : भूकंप से भीषण तबाही, 154 लोगों की मौत, हजारों घायल ,रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
नेपाल 4नवंबर 2023| नेपाल में बीती रात आए भूकंप ने भीषण तबाही मचाई है। नेपाल पुलिस के मुताबिक, अब तक मरने वालों की संख्या 154 पहुंच गई है। जाजरकोट में 92 लोगों की मौत हुई है और रूकुम में 62 लोगों की मौत हुई है। भूकंप प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ खुद हेलिकॉप्टर से पहुंचे हैं।
नेपाल में बीती रात आए भूकंप ने भीषण तबाही मचाई है। अब तक मरने वालों की संख्या 70 पहुंच गई है। जाजरकोट में मलबों से 36 शव निकाले जा चुके हैं। रूकुम पश्चिम जिले में अब तक 36 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। भूकंप प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ खुद हेलिकॉप्टर से रूकुम और जाजरकोट की तरफ जाने वाले हैं।
लोग अपने घरों से बाहर निकल आए
झटके दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए। रात 11.32 बजे (स्थानीय समय 11.47 बजे) आए भूकंप का केंद्र जाजरकोट जिले के लामिडांडा क्षेत्र में था। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने कहा कि भूकंप का केंद्र 10 किमी की गहराई पर था। जाजरकोट, काठमांडू से लगभग 500 किलोमीटर पश्चिम में है। भूकंप का झटका महसूस होते ही काठमांडू में लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
बहुमंजिला ईंट के मकान टूटे
पड़ोसी रुकुम पश्चिम जिले के एक पुलिस अधिकारी नामराज भट्टाराई ने रॉयटर्स को बताया कि हमने रिपोर्ट की पुष्टि की है कि आथबिस्कोट गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई है और भी मौतों की खबरें हैं। अधिकारी ने कहा कि हालांकि इसकी पुष्टि नहीं कर सकते। रॉयटर्स के मुताबिक, जाजरकोट में मीडिया फुटेज में बहुमंजिला ईंट के मकानों के टूटे हुए हिस्से दिखाई दे रहे हैं। निवासियों ने बताया कि झटके पड़ोसी जिलों और काठमांडू तक महसूस किए गए।
नेपाल के रुकुम जिले के एक पुलिस अधिकारी नमराज भट्टराई ने AP को टेलीफोन पर बताया कि कम से कम 20 लोग मारे गए हैं. इसके अलावा नेपाल के स्थानीय अधिकारी हरीश चंद्र शर्मा ने रॉयटर्स को बताया कि वे जजरकोट में भूकंप के केंद्र पर कोई संपर्क नहीं हो रहा है. हालांकि, जिले में 17 लोगों की मौत की खबर है. वहीं 20 लोगों को घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया है.
बीती रात क्या हुआ था?
दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। रात में करीब 11.32 मिनट पर उत्तर प्रदेश, बिहार समेत उत्तर भारत के कई इलाके में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप का केंद्र नेपाल में था। भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था।
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 आंकी गई थी। लखनऊ, पटना समेत देश के कई इलाकों में लोग भूकंप के झटकों के बाद घरों से बाहर निकल आए थे।
क्यों आता है भूकंप
दरअसल, हमारी धरती मुख्य रूप से चार परतों से बनी हुई है। इन्हें इनर कोर, आउटर कोर, मैन्टल और क्रस्ट कहा जाता है। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परतें होती हैं, जिन्हें टैक्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है। ये टैक्टोनिक प्लेट्स अपनी जगह से हिलती रहती हैं, घूमती रहती हैं, खिसकती रहती हैं।
ये प्लेट्स अमूमन हर साल करीब 4-5 मिमी तक अपने स्थान से खिसक जाती हैं। ये क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर , दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं। इस क्रम में कभी कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। इस दौरान कभी-कभी ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकरा जाती हैं। ऐसे में ही भूकंप आता है और धरती हिल जाती है। ये प्लेटें सतह से करीब 30-50 किमी तक नीचे हैं।