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ब्रेकिंग: प्रियंका गांधी के करीबी प्रदीप मांझी ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, पत्र लिख छोड़ी पार्टी की सदस्य्ता

 

भुवनेश्वर 23 अक्टूबर 2021। : ओडिशा में पंचायत चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को करारा झटका लगा है. यहां के प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप कुमार मांझी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मीडिया की खबरों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि इसके बाद वे बीजू जनता दल (बीजद) में शामिल हो सकते हैं. प्रदेश अध्यक्ष मांझी ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है.

 

 

सोनिया गांधी को भेजे अपने इस्तीफे में प्रदेश अध्यक्ष मांझाी ने लिखा है कि अत्यंत आदर, अत्यंत दुख और पीड़ा के साथ मैं यह कहना चाहता हूं कि मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का फैसला किया है.’ प्रमुख आदिवासी नेता और नबरंगपुर लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद मांझी ने कहा कि वह कांग्रेस में रहते हुए लोगों की सेवा करना चाहते थे, लेकिन पार्टी में अब उत्साह की कमी है.

सोनिया गांधी को लिखी गई चिट्ठी में उन्होंने आगे कहा कि पार्टी का संगठन आपके गतिशील नेतृत्व में बहुत अच्छा काम कर रहा था, जो धीरे-धीरे विभिन्न स्तरों पर महत्वपूर्ण पदों पर बैठे अड़ियल लोगों के कारण प्रभावित हुआ और अब पार्टी ने अपनी विश्वसनीयता लगभग खो दी है, जिसे बहाल होने में लंबा समय लग सकता है.

उन्होंने कहा कि मैं लोगों की सेवा करने की काफी इच्छा रखता हूं, लेकिन कांग्रेस पार्टी में इसकी काफी कमी है. मैं बड़े ही दुख के साथ पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं. हालांकि, मैं आपकी विचारधारा के अनुसार अपने कर्तव्यों का पालन करूंगा और लोगों की सेवा करूंगा.

कांग्रेस नेता ने कहा था कि ‘मैं अहिंसा में विश्वास रखता हूं. हमनें हमेशा लोगों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को ध्यान में रखते हुए विरोध प्रदर्शन किए हैं. हमने भूख हड़ताल भी की, लेकिन हमें इंसाफ नहीं मिला.’ प्रदीप मांझी का कहना है कि ‘बीजद सरकार में महिलाओं और बच्चियों के साथ बलात्कार हो रहे हैं और ऐसी स्थिति में मैं चुप नहीं रह सकता.’ मांझी ने कहा कि ‘प्रजातंत्र से मेरा भरोसा उठ गया है.’

बता दें कि इस माह की शुरूआत में ओडिशा के नबरंगपुर जिले में एक नाबालिग आदिवासी लड़की की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी. इसी मामले में कांग्रेस के पूर्व सांसद ने बंद का आयोजन किया था. कांग्रेस नेता की मांग है कि सरकार इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी करे. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि मृतका के परिजनों को 20 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए.

हालांकि पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट को जांच का हिस्सा बताते हुए अभी इसे जारी करने से मना कर दिया था. पुलिस अधिकारियों ने जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कही थी.वहीं कांग्रेस नेता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजद सांसद रमेश मांझी ने कहा था कि एक राजनेता द्वारा हिंसा करना ठीक नहीं है. कार्यकर्ताओं को हिंसा के लिए भड़काना अशोभनीय है.

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