क्राइम

CG- लाखों का चोरी का कोयला पकड़ाया, कोरबा पुलिस की नाक के नीचे से किया पार, उधर बिलासपुर पुलिस ने पकड़ा, पुलिस और माईनिंग की कार्य प्रणाली पर उठने लगे सवाल !

बिलासपुर 18 मई 2022 । छत्तीसगढ़ में पुलिस और प्रशासन कोयले के काले कारोबार पर नकेल कसने का लाख दावा कर ले, लेकिन ये दावे खोखले ही साबित हो रहे हैं। ताजा मामला बिलासपुर जिला का हैं, जहां कोरबा के कोल माफिया विशाल सिंह और प्रहलाद सिंह सिंडिकेट की 3 ट्रेलर चोरी का कोयला बिलासपुर पुलिस ने पकड़ा है। जब्त कोयले की कीमत लाखों में बताई जा रही है, जिसे दिनदहाड़े कोरबा के हरदीबाजार और दीपका क्षेत्र से चोरी कर बिलासपुर खपाने के लिए रवाना किया गया था।

गौरतलब है कि कोयले का अवैध कारोबार और कोल माफिया कोरबा में संचालित एसईसीएल की खदानों को दीमक की तरह चट कर रहे है। मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बाद एसपी और कलेक्टर ने अवैध कारोबार पर सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दे रखे है, लेकिन उन्ही के मातहत जब माफियाओं को संरक्षण देने का बीड़ा उठा ले तो इसे आप क्या कहेगें। जीं हां ऐसा इसलिए क्योंकि कोरबा से दिनदहाड़े चोरी का कोयला ट्रेलर में लोड होकर पुलिस और माईनिंग की नाक के नीचे से गुजर जाता हैं, लेकिन कार्रवाई पड़ोसी जिला बिलासपुर की पुलिस करती हैं। दरअसल पूरा मामला बिलासपुर और कोरबा से जुड़ा हुआ है।

एक दिन पहले ही कोरबा के दीपका और हरदीबाजार क्षेत्र से चोरी का कोयला बिलासपुर में खपाये जाने की खबर NW न्यूज ने प्रमुखता से सामने लाया था। खबर में हरदीबाजार-दीपका क्षेत्र में चल रहे विशाल सिंह और प्रहलाद सिंह सिंडिकेट के संरक्षण में इस अवैध कारोबार को खुलेआम चलाये जाने का खुलासा भी किया गया था। जिसके बाद बिलासपुर पुलिस हरकत में आई। बिलासपुर एसपी पारूल माथुर ने चोरी के कोयला पर सख्ती से कार्रवाई करने का निर्देश क्राईम ब्रांच सहित पुलिस टीम को दिया गया था। एसपी पारूल माथुर की सख्ती का ही असर हैं कि 24 घंटे के भीतर बिलासपुर पुलिस ने 3 ट्रेलर चोरी का कोयला पकड़कर जब्त किया है। सूत्रों की माने तो पकड़ा गया कोयला विशाल सिंह और प्रहलाद सिंह सिंडिकेट का ही हैं, जिसे कोरबा से बिलासपुर 5 ट्रेलर में रवाना किया गया था, लेकिन चोरी का कोयला खपने से पहले ही 3 ट्रेलर को बिलासपुर पुलिस ने पकड़ लिया।

एसपी पारूल माथुर ने बताया कि जब्त कोयले की कीमत लगभग 5 लाख 25 हजार रूपये है। पुलिस की प्राथमिक जांच में जब्त कोयला कोरबा के दीपका और हरदीबाजार क्षेत्र से चोरी कर बिलासपुर लाये जाने की जानकारी चालकों से मिली है। एसपी ने बताया कि इस प्रकरण में गाड़ी मालिकों से संपर्क कर इस अवैध कारोबार की जानकारी लेने का प्रयास किया गया, लेकिन गाड़ी मालिक के मोबाईल बंद मिले हैं। एसपी पारूल माथुर ने बताया इस पूरे प्रकरण में गाड़ी मालिको के साथ जिन लोगों की भी संलिप्तता इस अवैध कारोबार में होगी उन पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करते हुए जल्द ही गिरफ्तार किया जायेगा। बिलासपुर पुलिस की इस कार्रवाई के बाद जहां कोरबा में कोल माफियाओं के बीच हड़कंप मचा हुआ है।

वही दूसरी तरफ इस कार्रवाई ने एक बार फिर कोरबा की दीपका और हरदीबाजार पुलिस के साथ ही माईनिंग विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है। हम आपको बता दे कि कोरबा एसपी भोजराम पटेल ने कोल माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के साथ ही अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने का निर्देश थानेदारों को दे रखा है। बावजूद इसके दीपका-हरदीबाजार क्षेत्र में खुलेआम कोयले का अवैध कारोबार करने वाले विशाल सिंह और प्रहलाद सिंह सिंडिकेट तक पुलिस के हाथ कभी भी नही पहुंच सके। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यहीं है कोयले के इस अवैध कारोबार के पीछे कमांड करने वाले सरगना तक क्या बिलासपुर पुलिस के हाथ पहुंच पायेगें ? ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।

Back to top button