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CG -फर्जीवाड़ा – पथरी के ऑपरेशन के बहाने डॉक्टर ने निकाल ली किडनी….फर्जी डिग्री वाला ये झोलाछाप डॉक्टर चला रहा था नर्सिंग होम….कारनामे सुन रह जाएंगे दंग

कोरबा 13 फरवरी 2022 । मुन्ना भाई एमबीबीएस फिल्म और उसके कैरेक्टर की कहानी तो आप लोगों को याद ही होगी, फिल्म में डॉ.मुरली प्रसाद मरीजों को झप्पी देकर ठीक कर देते थे, लेकिन रियल लाईफ में ठीक इसके उलट एक और मुन्नाभाई डॉक्टर साहब की सनसनीखेज कारनामे कोरबा में सामने आये है। यहां फर्जी एमबीबीएस और पीजी की डिग्री बनवाकर एक शख्स सालों से मरीजो केे आपरेशन कर उनकी जान से खिलवाड़ करता रहा, लेकिन किसी को इस फर्जीवाड़े की जानकारी ही नही हो सकी। इस डॉक्टर की कारस्तानी उस वक्त सामने आई, जब इसने एक पथरी की बीमारी से ग्रसित मरीज का ऑपरेशन कर उसकी किडनी ही निकाल ली। मामले में स्वास्थ विभाग की रिपोर्ट आने के बाद अब पुलिस ने फर्जी डॉक्टर के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

दरसअल पूरा घटनाक्रम कोरबा के रामपुर पुलिस चौकी क्षेत्रांतर्गत सृष्टि मेडिकल इंस्टीटयूट से जुड़ा हुआ है। मामला थोड़ा पुराना, लेकिन काफी दिलचस्प है। स्वास्थ विभाग की रिपोर्ट की माने तो 10 साल पहले वर्ष 2012 में संतोष गुप्ता पथरी की तकलीफ से परेशान था। उसने अपना चेकअप सृष्टि मेडिकल इंस्टीटयूट में जाकर डॉक्टर एस. एन. यादव से कराया। उस वक्त इस हॉस्पिटल का संचालन तात्कालीन गृहमंत्री ननकीराम कंवर और उनके काफी नजदीकी रहे देवेंद्र पांडे किया करते थे। पीड़ित मरीज आरोप था कि डॉक्टर एस एन यादव ने पथरी के ऑपरेशन के दौरान उसकी किडनी भी निकाल ली। कुछ वक्त बाद संतोष गुप्ता को जब किडनी निकाल लिये जाने की जानकारी हुई, तो उसने कलेक्टर सहित सीएमएचओं को इस गंभीर मामले की शिकायत की गयी थी।

चूकि मामला तात्कालिक गृहमंत्री के हॉस्पिटल से जुड़ा था, तो जांच की रफ्तार भी कछुए की तरह सालों तक चलती रही, लेकिन परिणाम कुछ नही आ सका। कुछ महीने पहले फिर ये मामला कलेक्टर के समक्ष आया, जिस पर कलेक्टर ने मामले की जांच कर वैधानिक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया । जांच में जब सीएमएचओें डॉ.बी.बी.बोर्डें ने डॉ. एस.एन.यादव की डिग्रीयों की जांच की तो पता चला कि असम और चेन्नई यूनिवर्सिटी के नाम पर जारी एमबीबीएस और मास्टर ऑफ सर्जन की डिग्री फर्जी है। इन डिग्रियों को आधार बनाकर कोरबा मंे डॉ. एस.एन.यादव धड़ल्ले से मरीजों की सर्जरी कर उनकी जान के साथ खिलवाड़ कर रहा था। चूकि डिग्रियां फर्जी थी, तो छत्तीसगढ़ राज्य चिकित्सा परिषद में डॉ. यादव ने अपना पंजीयन नही करवाया था।

अब जब ये पूरा मामला खुला है तो स्वास्थ विभाग ने जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंप कर इस मामले की शिकायत की है। जिस पर रामपुर पुलिस ने डॉक्टर एस एन यादव के विरुद्ध धारा 419, 420 के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया गया है।इस पूरे खुलासे के बाद सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि 10 साल पुराने इस घटना के बाद भी डॉ. यादव आज भी कोरबा के निजी नर्सिग होम में मरीजों का ईलाज और सर्जरी कर रहा है, लेकिन इस डॉक्टर की डिग्री पर कभी भी ना तो प्राईवेट हॉस्पिटल के संचालको ने सवाल उठाया और ना ही स्वास्थ विभाग इस फर्जीवाड़े को पहले कभी पकड़ने की जहमत उठाई।

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