CG: पैसों की तंगी ने किडनैपर बना दिया, बिजली विभाग के अफसर को सरेराह अपहरण करने रोक लिया,फिर हुआ कुछ ऐसा कि अफसर…
रायपुर 10 जुलाई 2023। राजधानी रायपुर में पैसों की तंगी ने तीन किडनैपर बना दिया। बताया जा रहा हैं कि पैसों के लिए तीनों दोस्तों ने बिजली विभाग के अधिकारी को किडनैप करने की प्लानिंग की और सुबह-सुबह उसे सरेराह उठाने के लिए पहुंच गये। लेकिन अधिकारी का अपहरण कर फिरौती की मांग कर पाते, उससे पहले ही अधिकारी किडनैपरों के चंगुल से बचकर भाग निकला। अब पुलिस ने तीनों आरोपियों की पहचान कर उन्हे गिरफ्तार कर लिया हैं।
जानकारी के मुताबिक अपहरण के असफल प्रयास का ये मामला अभनपुर थाना क्षेत्र का हैं। बताया जा रहा हैं कि ग्राम कोलर में बिजली विभाग रूपल चंद्राकर की पदस्थापना हैं। अपहरण कांड से बाल-बाल बचे रूपल चन्द्राकर ने अभनपुर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह रायपुर स्थित निवास से अपने कार से कोलर अभनपुर पहुंचे थे। यहां अभनपुर पुराना धमतरी रोड से होते हुए तड़के 5 बजें के लगभग वापस घर लौर रहे थे। तभी सरगुंदिया तालाब के पास पीछे सफेद रंग की कार उनके कार के बाजू में आकर रूकी। कार में सवार 2 नकाबपोश व्यक्ति उन्हे पकड़ने आगे बढ़े। कार के सामने से उतरने वाला नकाबपोश ने उन्हे पकड़ने की कोशिश की।
लेकिन अनहोनि की आशंका से वो किसी तरह मौके से भागकर अपनी जान बचाने में सफल हो गये। प्रार्थी रूपल चंद्राकर ने बताया कि कुछ दूर जाकर उन्होनेपीछे मुड़कर देखा, तो कार के नंबर प्लेट में कीचड़ लगा था, जबकि कार में दो नकाबपोश व्यक्ति के अलावा ड्रायवर भी था। नंबर प्लेट के अलावा कार साफ सुथरी थी। इसके बाद दोनों नकाबपोश व्यक्ति कार में सवार होकर फरार हो गये। बिजली विभाग में पदस्थ रूपल चंद्राकर की इस रिपोर्ट के बाद पुलिस ने घटना में संलिप्त आरोपी ग्राम सारखी निवासी मधुकर सिन्हा को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि उसके साथी अजय उर्फ पिंटू नेताम और टेकराम धीवर के साथ मिलकर उसने उक्त घटना को अंजाम देने गए थे। आरोपी के इस खुलासे के बाद पुलिस ने बांकी के दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने बताया कि उन्हें पैसों की जरूरत थी। तीनों ने मिलकर प्रार्थी रूपल चन्द्राकर जो कि बड़ा किसान होने के साथ ही बिजली विभाग में अधिकारी के पद पर पदस्थ है, उसके अपहरण की योजना तैयार की थी। आरोपियों ने अपहरण के बाद फिरौती में मोटी रकम लेने का प्लान तैयार किया था। लेकिन प्लान कामयाब होने से पहले ही फेल हो गया। पुलिस ने इस खुलासे के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया हैं।