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CG POLTICS – चुनावी साल-राजनीति में बवाल: हीरे-सोने की खदान पर अमित जोगी का सरकार पर हमला, कहा 3 दिन में टेंडर वापस ले नही तो…

रायपुर 25 जुलाई 2023। छत्तीसगढ़ में चुनावी साल में राजनीतिक बवाल मचना शुरू हो गया हैं। हीरे और सोने के माइंस को निजी हाथों में सौपने को लेकर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ प्रमुख अमित जोगी ने सरकार पर हमला बोला। मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अमित जोगी ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए प्रदेश की कुछ खदानों को प्राइवेट कंपनियों को देने का दावा किया। अमित जोगी ने कहा कि कांग्रेस हीरा और सोने की खदानों को निजी हाथों में देने का काम कर रही है। चुनाव से ठीक पहले आनन फानन में टेंडर निकाले गए। अमित जोगी ने 3 दिन के भीतर टेंडर वापस नही लेने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी हैं।

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जनता जेसीसीजे प्रमुख अमित जोगी एक बार फिर एक्टिव हो गये हैं। मंगलवार को अमित जोगी ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े किये। अमित जोगी ने आरोप लगाया कि प्रदेश की सोने और हीरे की खदानों को सूबे की सरकार निजी हाथों में देने की तैयारी कर रही हैं। इसके लिए बकायदा 6 जुलाई को टेंडर भी जारी किया गया। अमित जोगी ने कहा कि गरियाबंद से मैनपुर में पांच माइनिंग ब्लॉक है, जिसमें हीरे और सोने की खदाने हैं। 3000 हेक्टेयर जमीन में माइनिंग शामिल है। जिसे प्रदेश सरकार चुनाव से ठीक पहले निजी हाथों में सौपने की तैयारी कर रही हैं।

अमित जोगी ने चेतावनी देते हुए कहा कि 3 दिन के अंदर टेंडर निरस्त किया जाए, नहीं तो पूरे प्रदेश में ऐसा आंदोलन करेंगे, जिसे किसी ने अब तक सोचा तक नहीं होगा। जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में लगातार घोटाले सामने आ रहे हैं। कोयला,रेत,शराब में हुए घोटाले सबके सामने हैं। अब सरकार हीरे और सोने की खदानें को भी निजी हाथों में सौंपकर घोटाला करना चाहती हैं। अजीत जोगी को याद करते हुए अमित ने कटाक्ष करते हुए कहा कि मेरे पिताजी कहा करते थे लूट मची है लूट, लूट सके तो लूट 3 महीने बचे हैं…. सत्ता जाएगी छूट।मीडिया से चर्चा करते हुए अमित जोगी ने कहा मैं भारत सरकार से निवेदन करूंगा कि छत्तीसगढ़ शासन के अधिकारी और मंत्री विदेश गए हैं, वो किनसे मिले, क्या-क्या बातें हुई, क्या क्या डील हुई, इस पर भी जांच होनी चाहिए।

यह पूरा मामला प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दायरे में आता है। अमित जोगी ने कहा कि उनके पास जो जानकारियां हैं उनके मुताबिक मंत्रियों का रोल कम रहा है,अधिकारी विदेश गए थे उनका ज्यादा रोल रहा। अधिकारी कुछ ऑफिशियल टूर पर गए, कुछ अनऑफिशियल टूर पर गए, इसकी जांच होनी चाहिए। कोल माइनिंग मामले में पहले से ही ईडी जांच कर रही है। ईडी को यह जांच करनी चाहिए कि आखिर जो प्रदेश के जो भी अफसर और मंत्री ऑस्ट्रेलिया,दुबई, नीदरलैंड्स, एम्स्टर्डम गए ये कौन लोग हैं और आखिर वहां के दौरे के बाद प्रदेश के लिए कौन सा काम किया गया। ये जांच का विषय हैं।

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