क्राइम

CG खुलासा- शराब के नशे में दोस्त की मर्दानगी पर उठाये सवाल, गुस्साये युवकों ने अपने ही दोस्त का कर दिया कत्ल, पुलिस को गुमराह करने लाश के कपड़े उतार दिये, 72 घंटे के भीतर पुलिस ने सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी

 

दुर्ग 10 फरवरी 2022 । दुर्ग जिला के ITI मैदान में युवक की निर्मम हत्या कर दिये जाने के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी को 72 घंटे के भीतर में सुलझाने में कामयाबी हासिल करते हुए वारदात में शामिल 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मृतक युवक के ही दोस्त है, जिन्होने शराब के नशे में मर्दानगी की बात को लेकर हुए विवाद के बाद इस हत्याकांड को अजाम दे दिया था।

गौरतलब है कि पूरा घटनाकम खुर्सीपारा थाना क्षेत्र का है। यहां 7 फरवरी की सुबह के युवक की लहुलूहान लाश मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी थी। घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर युवक के चेहरे पर पत्थर से गंभीर वार कर हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। घटनास्थल से पुलिस ने खून से सने पत्थर और मृतक का अंडरवियर और लोवर घटनास्थल से 10 फिट दूर से बरामद किया था। पुलिस ने मृतक की पहचान उड़िया बस्ती निवासी श्याम कुमार उर्फ मोनू के रूप में किया था। इस पूरे घटनाक्रम में थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा ने हत्या का मामला दर्ज कर वारदात से वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश में वारदात से जुड़े साक्ष्यों के आधार पर अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने का प्रयास शुरू किया गया। एसपी बी.एन.मीणा के निर्देश पर इस अंधे कत्ल की गुत्थी को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए 3 टीम बनाई गयी, जिन्हे वारदात से जुड़े अलग-अलग पहलुओं की जांच का जिम्मा सौंपा गया।

पुलिस की इन्वेस्टिगेशन में मृतक मोनू का शव नीचे से नग्न अवस्था में मिला था , जिसे लेकर पुलिस इस हत्याकांड को अवैध संबंध से जोड़कर देख रही थी। पुलिस ने एंगल में जांच के दौरान मृतक मोनू के अवैध संबंध होना का भी पता चला । जिसके कारण पुलिस उस दिशा में ही जाकर इस संबंध में बारीकी से हर पहलू की गंभीरता से जॉच कर रही थी । इसके अलावा आसपास के क्षेत्र के सीसीटीवी फूटेज व मृतक से जुड़े उसके रिस्तेदार, दोस्तों के काल रिकार्डस का मुआयना भी किया जा रहा था । लेकिन पुलिस को कोई खास सफलता नही मिल पाई। इसी दौरान थाना खुर्सीपार के आरक्षक डी. प्रकाश को केनाल रोड में ट्रांसपोर्टर गनी खान के आफिस के पास घटना की रात को दो लड़को के मोटर सायकल से चौक के पास रूकेने की जानकारी मिली, जिन्हें आफिस के चौकीदार और वहां उपस्थित दो अन्य लडके देखे थे।

इस सूचना पर पुलिस ट्रासपोर्ट आफिस के CCTV  कैमरे को खंगालना शुरू किया जिसमें बाईक सवार 2 युवक ITI  ग्राउण्ड की तरफ से रात करीब 11.45 बजे आते दिख रहे थे और फुटपाथ के बगल में बाईक की बाई तरफ से गिरते भी नजर आये। पुलिस ने चौकीदार के माध्यम से लड़को की पतासाजी करना शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद बाईक और आरोपियों के हुलिया की जानकारी जुटाने पर वारदात में प्रयुक्त बाईक की जानकारी पुलिस के हाथ लगी। उड़िया पारा में पुलिस टीम ने छापामार कार्रवाई कर बाईक व बाईक के मालिक बलराम क्षत्रिया को संदेह के आधार पर हिरासत मे लेकर पूछताछ किया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर बलराम क्षत्रिया ने मोनू उर्फ श्याम कुमार की हत्या अपने दोस्त झुमन साहू निवासी उडिया बस्ती के साथ मिलकर किये जाने की बात कबूल ली।

पकड़े गये आरोपी बलराम क्षत्रिया ने बताया कि उसकी बहन रेखा सोना का लडका हुआ है, जिसके पार्टी में वे सब गये हुए थे। वहां पीना खाना करने के लिए आरोपी बलराम व झुमन साहू मृतक मोनू उर्फ श्याम कुमार को रात के करीब 10.30 बजे से 10.45 बजे अपने साथ ITI ग्राउण्ड ले गये थे। जहां तीनों दोस्तों ने छक्कर शराब पी, और शराब पीने के दौरान ही मृतक मोनू ने आरोपी बलराम को यह कह दिया कि शादी के बाद तेरी बहन मां बन गयी, लेकिन तेरी शादी को दो साल हो गये, तेरा अब तक बच्चा क्यो नही हो रहा। शराब के नशे में ही मोनू ने बलराम के शारीरिक कमजोरी और मर्दानगी को लेकर सवाल उठा दिये, जिससे तैश में आकर बलराम ने झुमन के साथ मिलकर मोनू पर पास मे पडे एक बड़े पत्थर को उठाकर सिर पर ताबडतोड हमला शुरू कर दिया । झुमन साहू भी पत्थर उठाकर मोनू के चेहरे पर हमला करने लगा । हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करनेे के लिए मृतक मोनू का लोवर और अंडर वियर उतारकर बकायदा शव से थोड़ी दुर रख दिए, ताकि पुलिस यह यह पूरा मामला अवैध संबंध का लगे।

आरोपियों की माने तो हत्या की वारदात के बाद दोनों आरोपी देर रात ही जामुल निवासी यशवंत यादव नामक दोस्त के घर पहुंचे। यहां उन्होने यशवंत को घटना की जानकारी दी दी फिर उसके साथ मिलकर मशुरिया तालाब में जाकर खुन लगे कपडे व चप्पल बेल्ट को जला दिया गया, ताकि पुलिस को कोई को कोई सुरान ना मिल सके। यशवंत यादव से मिले लोवर व टी शर्ट को पहनकर दोनों आरोपी वापस घर आ गये और वापस आकर मृतक मोनू के सभी अंतिम संस्कार के कार्यक्रमों में उपिस्थत रहकर पुलिस के कार्यवाहियों पर लगातार नजर बनाये हुए थे ।

इस पूरे प्रकरण के खुलासे के बाद पुलिस ने हत्याकांड में शामिल दोनों मुख्य आरोपी के साथ ही इस मामले को जानने के बाद भी आरोपियो का साथ देने वाले उनके दोस्त यशवंत को गिरफ्तार कर लिया है। दुर्ग एसपी बद्रीनारायण मीणा ने बताया कि पुलिस की टीम ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने के लिए काफी मेहनत की, जिसका परिणाम रहा कि 72 घंटे के भीतर वारदात में शामिल तीनों आरोपियों के साथ ही वारदात से जुड़े प्रमुख साक्ष्य पुलिस ने जब्त कर लिया है।

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