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CG – पुलिस की ये कैसी कार्रवाई, एक कुख्यात डीजल चोर पर कार्रवाई, दूसरे डीजल माफिया पर छूट की रिहाई, एसपी की सख्ती के बाद भी दूसरे दिन से खुल गया कारोबार, खाकी की कार्रवाई पर फिर उठे सवाल…

 

कोरबा 18 दिसंबर 2021- कोरबा में कहने को तो पुलिस विभाग डीजल चोरों के आतंक और माफियाराज को खत्म करने में लगी हुई है, लेकिन जमीन पर ऐसा नजर नही आता है, क्योंकि एक तरफ पुलिस जहां रात के अंधेरे में डीजल चोरी करने वाले कुख्यात सरगनाओं पर नकेल कस रही है, वही दूसरी तरफ दिन के उजाले में खाकी की नाक के नीचे दिनदहाड़े डीजल चोरी करने वाले गिरोह पर पुलिस विभाग की नरमी खाकी की कार्यप्रणाली पर ही सवालिया निशान लगा रहे है।

गौरतलब है कोरबा एसपी भोजराम पटेल अवैध कारोबार और माफियाओं के आतंक को खत्म करने में सख्ती से पेश आ रहे है। इसी का नतीजा है कि शनिवार को कुसमुंडा पुलिस ने कोयलांचल में डीजल माफियाओं के नाम में सुमार हीरा पटेल को चोरी के डीजल के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जो प्रेस नोट जारी किया है, उसके मुताबिक 17 नवंबर की रात करीब 2 बजे एसईसीएल के सुरक्षाकर्मी अमरेश सिंह का एसईसीएल कुसमुण्डा खदान में गश्त के दौरान उसका सामना डीजल माफिया हीरा पटेल से हो गया, जो कि 240टन डम्पर से अपने गिरोह के साथ डीजल की चोरी कर रहा था। सुरक्षाकर्मियों को देखकर कुख्यात डीजल चोर अपने साथियों के साथ भागने में कामयाब हो गया था, जिसकी रिपोर्ट सुरक्षाकर्मी ने कुसमुंडा थाना में आज दर्ज कराई थी।

इस पूरे मामले ने रात के अंधेरे में एसईसीएल की खदानों से डीजल चोरी करने वाले कुख्यात डीजल चोर हीरा पटेल को पुलिस टीम ने रिपोर्ट दर्ज कराने के महज कुछ घंटों के भीतर ही टी.पी.नगर क्षेत्र से चोरी के डीजल के साथ गिरफ्तार कर लिया। लेकिन वही दूसरी तरफ जिले के पश्चिमांचल में इंडियन ऑयल के टर्मिनल के ठीक बाहर दिन के उजाले में टैंकरो से चोरी होने वाले डीजल पर पुलिस की नजर क्यों नही पड़ती, ये पुलिस की कार्यप्रणाली को एक बार फिर कटघरे में खड़ा कर रहा है।

गौरतलब है कि 11 दिसंबर को NW न्यूज़ ने दर्री थानांतर्गत गोपालपुर क्षेत्र में सक्रिय कुख्यात डीजल माफिया आशिफ हुसैन के संरक्षण में दिन के उजाले में चलाये जा रहे इस अवैध कारोबार की हकीकता खबर के माध्यम से सामने लाया था। मामले पर कोरबा एसपी भोजराम पटेल ने तत्काल संज्ञान लेकर पुलिस टीम को मौके पर कार्रवाई के लिए भेजा गया, लेकिन पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ाये इस डीजल चोर गिरोह पर नरमी बरतते हुए महज धारा 102 की कार्रवाई कर मौके से हिरासत में लिये गये 2 आरोपी और जब्त 800 कार को देर रात ही छोड़ दिया गया।

नतीजा ये रहा कि एसपी भोजराम पटेल के सख्त आदेश के बाद भी दूसरे दिन ही 12 दिसंबर से दोबारा डीजल चोरी का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। लेकिन दर्री पुलिस को गोपालपुर क्षेत्र में तैयार हो रहे ये नये डीजल माफिया नजर नही आ रहे है। एक सप्ताह के भीतर पुलिस के इस दोहरे कार्रवाई ने खुद खाकी की कार्य प्रणाली पर ही सवालिया निशान लगा दिया है।

ऐसे में सबसे बड़ सवाल यही है कि एक तरफ पुलिस जिले में माफियाराज खत्म करने का दम्भ भर रही है, उधर दूसरी तरफ खाकी की नाक के नीचे ही आशिफ हुसैन जैसे डीजल माफिया दिनदहाड़े अपने अवैध कारोबार को खुलेआम अंजाम दे रहे है,बावजूद उसके उस ओर आज तलक ना तो दर्री CSP की नज़र गई, और ना ही दर्री थाना ने इस अवैध कारोबार पर कारवाई की जहमत उठाने की कोशिश की गई। ऐसे में अवैध कारोबार के खिलाफ चलाये जा रहे मुहिम में खुद खाकी की कार्यप्रणाली ही सवालों के घेरे में है।

ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर आसिफ हुसैन जैसे डीजल माफियाओं पर किसका संरक्षण है, जिसके डर से पुलिस उस पर हाथ डालने से कतराती है ? ऐसे में अब ये देखने वाली बात होगी कि इस पूरे अवैध कारोबार और जिले में बन रहे नये माफियाओं पर पुलिस क्या समय रहते सख्त कदम उठायेगी, या फिर ये पूरा कारोबार खाकी की नांक के नीचे ऐसे ही चलता रहेगा, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।

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