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हार के बाद माही के आंसू छलकने का जिम्मेदार यह खिलाड़ी

इंडियन प्रीमियर लीग का 68वां मुकाबला काफी रोमांचकारी रहा, क्योंकि दो टीमें प्लेऑफ की जंग के लिए खूब पसीना बहा रही थीं। यह मैच चर्चा का केंद्र इसलिए भी रहा कि महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली आमने-सामने थे। निर्णायक जंग में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने चेन्नई सुपर किंग्स पर 27 रन से शानदार जीत दर्ज की। जीत ऐसी कि माही की टीम प्लेऑफ से ही बाहर हो गई।

हार के बाद माही के आंसू छलकने का जिम्मेदार यह खिलाड़ी

इससे सीएसके फैंस ही नहीं बल्कि महेंद्र सिंह धोनी भी काफी निराश दिखाई दिए। एमएस धोनी के चेहरे पर हार का गम साफ दिख रहा था, जिनकी आंखें भी नम हो गई हैं। धोनी की आंखें नम दिखने का जिम्मेदार कौन है, क्या आपको पता है। अगर नहीं पता तो हम बताने जा रहे हैं कि चेन्नई की हार का टर्निंग प्वाइंट कौन खिलाड़ी बना। करो या मरो के मुकाबले में सीएसके मेहनत के बाद भी हार गई, जिससे 5 बार की विजेता रही टीम को बड़ा झटका लगा।

इस खिलाड़ी ने सीएसके की डुबोई नैया

एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में सीएसके की उम्मीदों को आरसीबी ने करारा झटका दिया। हालांकि खराब शुरुआत के बाद इस सीजन में सीएसके ने वापसी कर ली थी, लेकिन आरसीबी ने मंसूबों पर पानी फेर दिया। आरसीबी के लक्ष्य का पीछा करने उतरी सीएसके की शुरुआत काफी खराब रही। सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गाकवाड़ शून्य पर और डेरिल मिचेल 4 रन बनाकर पवेलियन चले गए।

तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे रचिन रवींद्र और अजिंक्य रहाणे ने तीसरे विकेट के लिए 56 रनों की साझेदारी कर टीम को वापसी की उम्मीद जरूरी दिखाई। मैदान पर रचिन ताबड़तोड़ तरह से रन जुटा रहे थे, लेकिन रहाणे के आउट होने के बाद शिवम दुबे ने चेन्नई की नैया ही डुबो दी।

शिवम दुबे ने तूफानी बल्लेबाज रचिन रवींद्र को रन आउट करवा दिया। हद तो तब हुई जो दो दो जीवनदान मिलने के बाद भी शिवम दुबे आसनी से आउट हो गए। दुबे 15 गेंद में सिर्फ सात रन ही बनाए। इससे शिवम दुबे चेन्नई के लिए नायक नहीं बल्कि खलनायक बने।

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आरसीबी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बनाए इतने रन

आरसीबी की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 218 रन बनाए। रनों का पीछा करने उतरी चेन्नई की टीम 20 ओर में 7 विकेट के नुकसान पर 191 रन ही बना सकी। इसमें सबसे खास बात कि चेन्नई के सामने भले ही 219 रन का लक्ष्य था, लेकिन 201 रन भी बना लेती तो क्वलीफाई में प्रवेश कर जाती। आरसीबी की सूझबूझ भरी गेंदबाजी के सामने चेन्नई का यह सपना भी साकार ना सका।

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