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ED पॉलटिक्स : भाजपा ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूछा, भ्रष्टाचार में लिप्त अफसरों का सस्पेंशन क्यों नहीं हुआ ?….कांग्रेस का पलटवार, सरकार को बदनाम करने ED का दुरूपयोग

रायपुर 15 अक्टूबर 2022। छत्तीसगढ में ED के छापे पर राजनीति सरगर्म है। आज प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा ने भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा कि मुख्यमंत्री की लोकप्रियता से घबरायी भाजपा अनर्गल बयानबाजी कर रही है। भाजपा के पास कांग्रेस सरकार के खिलाफ जनहित के मुद्दे उठाने को नहीं बचे है तो वह केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम का दुरुपयोग कर रही है। छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि ईडी के प्रेस नोट ने छत्तीसगढ़ में हो रहे बड़े भ्रष्टाचार के रैकेट की पोल खोल दी है। हम सब ने कभी सोचा भी नहीं था कि कांग्रेस के शासन में छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ के आदिवासियों,का किसानों का आम जनता का ,मेहनत का पैसा, भ्रष्टाचार की भेट चढ़ाया जाएगा। एक तरफ सरकारी योजनाओं को देने के लिए सरकार के पास पैसे नहीं है और दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में सरकारी संरक्षण में भ्रष्टाचार ने अपनी सारी से सीमाएं लांघ दी है यह छत्तीसगढ़ के इतिहास के लिए एक काला अध्याय हैं।

श्री चंदेल ने कहां बड़े दुर्भाग्य का विषय है कि वरिष्ठ नौकरशाह, व्यापारी ,राजनेता और बिचौलिए जुड़े है और छत्तीसगढ़ राज्य में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले से 25 रुपये प्रति टन की अवैध वसूली कर रहे है प्रतिदिन 2 से 3 करोड रु जबरन वसूले जा रहे है इस प्रकार हजारों करोड़ रु वसूली कर गलत कृत्यों में इस्तेमाल किए जा रहे है। श्री चंदेल ने ईडी के प्रेस नोट का हवाला देते हुए कहा ईडी ने करीब 4.5 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी, सोने के आभूषण, सराफा और करीब दो करोड़ रुपये मूल्य के अन्य कीमती सामान जब्त किए गए हैं। श्री चंदेल ने कहा कि भ्रष्टाचार करने के लिए बाकायदा नियम बदले गए कोयले को खदानों से उपयोगकर्ताओं तक मैनुअल जारी करने के लिए ई-परमिट की पूर्व ऑनलाइन प्रक्रिया को संशोधित किया गया था। अनापत्ति प्रमाण पत्र इस संबंध में कोई एसओपी या प्रक्रिया परिचालित नहीं की गई थी। भ्रष्टाचार किस प्रकार से ,किस प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है इसकी भी विस्तृत जानकारी ईडी ने अपने प्रेस नोट में दी है।
15.7.22 से बिना किसी एसओपी के 30,000 से अधिक एनओसी जारी किए गए हैं। आवक और जावक रजिस्टरों का रखरखाव नहीं किया गया था। अधिकारियों की भूमिका पर कोई स्पष्टता नहीं है। ट्रांसपोर्टर का नाम, कंपनी का नाम आदि जैसे कई विवरण खाली छोड़ दिए गए हैं। इस मामले में नेता प्रतिपक्ष ने ईडी के जद में आये अधिकारियें के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

कांग्रेस ने भाजपा पर किया तीखा पलटवार

नेता प्रतिपक्ष के पत्रकारवार्ता का जवाब देते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ सरकार को बदनाम करने लगातार अनर्गल बयानबाजी कर रही है यह सब मुख्यमंत्री की बढ़ती लोकप्रियता के कारण है। भाजपा के पास कांग्रेस सरकार के खिलाफ जनहित के मुद्दे उठाने को नहीं बचे है तो वह केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम का दुरुपयोग कर रही है। ईडी विधिसम्मत कार्यवाही को पूरा समर्थन है लेकिन राजनैतिक विद्वेषवश कार्यवाही की जायेगी तो उसको लोकतांत्रिक ढंग से बेनकाब किया जायेगा। कोई गलत किया है उस पर कार्यवाही हो लेकिन जबरदस्ती तथ्यों को गलत ढंग से प्रस्तुत करके सरकार की छवि खराब करने षड़यंत्र किया जायेगा तो उसका मुकाबला किया जायेगा।

नेता प्रतिपक्ष कहते है ईडी की कार्यवाही को राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिये लेकिन रमन सिंह तो ईडी के आधार पर ही अपनी राजनीति चमका रहे है। नेता प्रतिपक्ष सहित तमाम भाजपा नेता जिस प्रेस नोट का हवाला दे रहे वह संदिग्ध लग रहा। जिस तथाकथित प्रेस नोट को ईडी का बताकर विभिन्न समाचार माध्यमों में प्रचारित किया गया वह प्रेस नोट सबसे पहले रमन सिंह ने रात को लगभग 9 बजे अपने ट्विटर और फेसबुक में डाला है। ईडी के अधिकृत वेबसाइट पर अभी तक आखिरी प्रेस नोट 13 अक्टूबर की जो किसी अन्य मामले में है। ईडी ने छत्तीसगढ़ के छापे के संबंध में अपने ट्वीट पर 4 फोटो और दो तीन लाईन की पोस्ट किया है अर्थात् ईडी के द्वारा अधिकृत तौर पर कहीं भी उस प्रेस नोट को जारी करने का कोई साक्ष्य सार्वजनिक तौर पर नहीं दिख रहा, फिर यह तथाकथित प्रेस नोट रमन सिंह के पास कहा से आया जिसमें तमाम कहानियां गढ़ी गयी है।

रमन सिंह ने ही फर्जी प्रेस नोट बनाकर प्रचारित किया है। रमन सिंह ने दो दिन पहले पत्रकार वार्ता में जिन बातों को कहा था ईडी के तथाकथित प्रेस नोट में उन्हीं बातों दुहराया गया, इनके बयानों से ऐसा लग रहा इडी ने रमन सिंह और भाजपा के द्वारा लिखी गयी पटकथा काम कर रही? एक अखबार ने फ्रंट पेज पर छापा है कि ईडी ने रात 1 बजे तक प्रेस नोट अधिकृत रूप से नहीं जारी किया था। डॉ रमन सिंह ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर ईडी का प्रेस नोट जारी किया । यह बताता है कार्यवाही राजनैतिक षड्यंत्र हैं छापे में क्या मिलने वाला है यह रमन सिंह को छापे के पहले से पता था क्या यह संयोग है या प्रयोग। आज तक कांग्रेस सरकार मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के एक भी रू. के प्रमाणिक आरोप नहीं लगा पाये तो तथाकथित रूप से अधिकारियों की अनियमितता और व्यापारियों के मामलों से सरकार को जोड़ कर बदनाम करने की कोशिश कर रहे है।

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