फसल के नुकसान से परेशान किसान, किसानों ने की खुदकुशी
9 अक्टूबर 2023|चिक्कमगलुरु, (कर्नाटक) 9 अक्टूबर (आईएएनएस)। कर्नाटक के चिक्कमगलुरु जिले में सोमवार को बारिश की कमी के कारण फसल के नुकसान के बाद 55 साल के एक किसान ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
पुलिस के मुताबिक, कडूर तालुक के लिंगदहल्ली के रहने वाले किसान कृष्णा नाइक ने अपने आवास पर फांसी लगा ली।
उन्होंने 3 लाख रुपये का कर्ज लिया था और अपने कृषि क्षेत्र में रागी और ज्वार की फसल बोई थी। हालांकि, बारिश नहीं होने के कारण फसल नष्ट हो गई। इसके बाद किसान ने यह कदम उठाया।
मंत्री ने कहा था- मुआवजे की रकम बढ़ने के बाद सुसाइड केस बढ़े
शिवांनद पाटिल ने 5 सितंबर को एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि वीरेश कमेटी के आने से पहले किसान आत्महत्या के मामले कम थे। पहले 2 लाख मुआवजा दिया जाता था। जब से सरकार ने 5 लाख मुआवजा देना शुरू किया है, तब से किसानों में आत्महत्या के मामले बढ़े हैं।
शिवांनद पाटिल ने आगे कहा- अब हार्ट अटैक, प्यार में धोखा, नशे में आत्महत्या जैसे मामले भी किसान आत्महत्या के मामले के तौर पर दर्ज किए जा रहे हैं। आत्महत्या के सभी मामले किसानों से जुड़े नहीं होते हैं।
236 में से 194 तालुका सूखाग्रस्त
अधिकारियों के मुताबिक, कर्नाटक में पिछले 18 महीनों में फसल के नुकसान के बाद कुल 1219 किसानों ने अपनी जान दे दी है। राज्य सरकार ने राज्य के 236 में से 194 तालुकों को सूखाग्रस्त घोषित किया है और 4,860 करोड़ रुपये का राहत पैकेज केंद्र से मांगा है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि करीब 42 लाख हेक्टेयर फसल का नुकसान हुआ है। राज्य में कुल मिलाकर 30,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। फिलहाल केंद्रीय दल राज्य के 11 जिलों का दौरा कर स्थिति का आकलन कर रहा है।