हेडलाइन

सिक्किम में बाढ़ का प्रकोप : 4 आर्मी जवान सहित 19 की मौत, हजारों लोग फंसे,ग्लेशियल फटने की कगार पर…..दहशत में लोग

सिक्किम 6 अक्टूबर 2023। सिक्किम में बादल फटने के बाद से कोहराम मचा हुआ है। अब तक 19 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से मरने वालों में चार मृतक सेना के जवान बताए जा रहे हैं, अभी भी 103 लोग लापता हैं। वहीं एनडीआरएफ के 60 जवानों की टीम सुरंग में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर निकालने में जुटी हुई है। शाको चो झील के किनारे बसे लोगों को निकालना शुरू कर दिया गया है। ये झील फटने की कगार पर है।

जानकारी के मुताबिक इस भयंकर घटना के बाद से ही उत्तरी सिक्किम के सुदूर चुंगथांग में दर्जनों लोगों के सुरंगों में फंसे होने की आशंका है। बताया जा रहा है कि सुरंग में फंसे लोग बिना खाना-पानी के पिछले 48 घंटों से फंसे हुए हैं। इस बात की जानकारी नहीं है कि सुरंगों में पानी भर गया या नहीं या वहां फंसे 12-14 लोग जिंदा हैं या नहीं। इस मुश्किल सर्च ऑपरेशन के लिए टीम में लैंड रेस्क्यूर्स और स्कूबा गोताखोर शामिल होंगे। उनके पास हथौड़े, वॉटर गन, रॉक कटर, सैटेलाइट फोन, जनरेटर सेट और लाइफ सेंविंग मेडिकल इक्विपमेंट्स होंगें।

https://x.com/PTI_News/status/1710120392373719041?s=20

इधर मंगन जिले में लाचेन के पास शाको चो झील के इर्द गिर्द बसे लोगों को निकालने का काम शुरू हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक ये एक ग्लेशियल यानी ठंडी झील है और फटने की कगार पर है जिसके चलते अधिकारियों को अलर्ट जारी किया है। शाको चो झील थांगु गांव के ऊपर है। गंगटोक जिले के सिंगतम, मंगन जिले के डिक्चू और पाक्योंग जिले के रंगपो आईबीएम क्षेत्र को भी खाली करा दिया गया है।

बता दें 4 अक्टूबर को राज्य के उत्तरी इलाके में स्थित लहोनक झील पर बादल फटा था। जिसकी वजह से झील से बहुत ज्यादा पानी बह गया और इससे तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। नदी से लगे इलाके में ही आर्मी कैंप था, जो बाढ़ की चपेट में आने के बाद बह गया और यहां खड़ी 41 गाड़ियां डूब गईं। चेकपोस्ट के उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार लाचेन और लाचुंग में लगभग 3000 लोग फंसे हुए हैं। 700-800 ड्राइवर हैं। 3150 लोग जो मोटरसाइकिल्स पर वहां गए थे, वो भी वहां फंसे हैं। सेना और वायुसेना के हेलीकॉप्टरों से सभी को रेस्क्यू कर निकालने का प्रयास जारी है।

Back to top button