क्राइम

CG- ठग गैंग अरेस्ट – लोन दिलाने का झांसा देकर 4 करोड़ की ठगी, मास्टर माइंड सहित 5 गिरफ्तार…

 

रायपुर 10 अक्टूबर 2021- रायपुर शहर में लोन दिलाने के नाम पर करीब 50 से अधिक परिवारों से 4 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इन शातिरों के गैंग ने 50 से अधिक परिवारों को अपना शिकार बनाया है। लोअर मिडिल क्लास के इन परिवारों ने कोविड की वजह से उपजी आर्थिक परेशानियों से राहत की चाहत में लोन के लिए आवेदन किया। मगर शातिरों के जाल में फंस गए। बदमाशों ने लोगों के नाम पर लोन की रकम खुद रखी। किसी के नाम पर क्रेडिट कार्ड बनवाकर खुद मजे करते रहे और अब आम लोग किश्तों के बोझ और बैंक की तरफ से आ रहे धमकी भरे फोन कॉल से परेशान होते रहे।

तेलीबांधा इलाके में रहने वाले मोहन राव नाम के शख्स ने जब थाने जाकर इस मामले की शिकायत की तो पता चला कि उसकी तरह 50 लोग और हैं जिनके साथ इसी तरह करीब 4 करोड़ की धोखाधड़ी हुई है। मोहन राव ने ठगी करने वालों की जानकारी पुलिस को दी है।
मोहन राव ने अपनी शिकायत में बताया कि कोविड की वजह से बीते दो सालों में उसके परिवार की माली हालत बिगड़ गई थी। शक्ति नगर की बस्ती में रहने वाले मोहन को उसके पड़ोसी रजनी बाई और सुनील साहू ने एक लोन एजेंसी के बारे में बताया। जिसके बाद मोहन राव राजेंद्र नगर स्थित हेल्पिंग फॉर एवर नाम की संस्था के दफ्तर पहुंचा। यही एजेंसी लोन देने का काम करती है। इसके तीन डायरेक्टर निखिल कोसले, शिव साहू और शैलेन्द्र मिश्रा ने 3 लाख रुपए का लोन दिलाने का वादा किया। इनके दफ्तर में मौजूद एक्सिस बैंक का एजेंट नबील खान और जगमोहन ने मोहन से सारे दस्तावेज लिए। निखिल ने बताया कि पैसे एक्सिस बैंक से मिलेंगे। मोहन ने बातों में आकर सभी प्रक्रिया को पूरा किया। जिसके बाद ठगों ने निखिल कोसले, शिव साहू और शैलेन्द्र मिश्रा ने मोहन राव के सामने शर्त रखी। कहा गया कि लोन की रकम का 25 प्रतिशत कमीशन और 25 हजार रुपए प्रोसेसिंग के देने होंगे। मोहन ने किश्तों के बारे में पूछा तो तीनों ने कहा कि जो लोन के रुपए मिलेंगे, उसमें से कुछ रुपए निखिल और उसके साथी किसी दूसरी कंपनी में इंवेस्ट करेंगे। फिर जो प्रॉफिट होगा उससे किश्त जमा हो जाएगी, मोहन को रुपए नहीं देने पड़ेंगे। पैसे मिलने पर तीनों शातिरों ने मोहन को 1 लाख रुपए दिए और चलता कर दिया।
कुछ दिनों बाद मोहन को पता चला कि उसके नाम पर क्रेडिट कार्ड जारी हुआ है, इसका बिल पे नहीं किया गया है। लोन की किश्तें भी जमा नहीं की गईं। वो फिर से निखिल और उसके साथियों के पास गया तो आरोपियों ने उसे टालकर भगा दिया। मोहन ने अपने मोहल्ले में लोगों से बात की तो पता चला कि इसी तरह 50 से अधिक परिवारों से रकम का लेन देन कर आरोपियों ने 4 करोड़ से अधिक की ठगी की है। मोहन ने FIR दर्ज करवाकर पुलिस से इस मामले में मदद मांगी गईं।
जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन व थाना प्रभारी तेलीबांधा के नेतृत्व में थाना तेलीबांधा पुलिस की टीम द्वारा आरोपियों की पतासाजी करते हुए आरोपी निखिल कोसले, शिव साहू, शैलेन्द्र मिश्रा, नबील खान एवं जगमोहन को गिरफ्तार किया गया। पूरे घटना का मास्टर माइंड निखिल कोसले है जो 03 वर्ष पूर्व किसी कंपनी में फायनेंस संबंधी कार्य करता था। निखिल कोसले ने शिव साहू का क्रेडिट कार्ड बनवाया था इसी दौरान दोनों का परिचय हुआ था। शिव साहू का शिव ट्रेडर्स एवं विद्या ट्रेडर्स के नाम से स्वयं का फर्म है जिसमें वह एलोविरा खरीदी-बिक्री का काम करता है। इस प्रकार निखिल कोसले, शिव साहू और शैलेन्द्र मिश्रा ने मिलकर न्यू राजेन्द्र नगर में हेल्पिंग फारेवर प्रा0 लिमि0 कंपनी नामक कार्यालय खोला तथा एक्सिस बैंक के क्रेड़िट कार्ड/डेबिड कार्ड सेल्स एक्सिक्यूटीव जगमोहन एवं नबील खान को भी शामिल किये तथा लोगो को क्रेड़िट कार्ड/डेबिड कार्ड के माध्यम से लोन दिलाने व लोन का किश्त उनके द्वारा अदा करने का झांसा देकर पीड़ितों के नाम से क्रेडिट कार्ड बनवाकर सामान खरीदी से आयी रकम से 25 प्रतिशत एवं 25,000/- रूपए दस्तावेजी खर्च के नाम पर प्राप्त करने के साथ ही आरोपियान पीड़ितों का क्रेड़िट कार्ड/डेबिड कार्ड को अपने पास रखते थे एवं उनके क्रेड़िट कार्ड/डेबिड कार्ड से खरीदी करते थे। इसके साथ ही आरोपियान पीड़ितों से पैसों की लेन-देन के संबंध में एग्रीमेंट कराकर उनसे हस्ताक्षरयुक्त कोरा चेक भी प्राप्त कर लेते थे। आरोपियो ने पीड़ितों के नाम पर लिमिट बढ़ाकर लोन लेते थे तथा आई.टी.आर. (इनकम टेक्स रिटर्न) में भी फर्जी दस्तावेज बनाकर रकम बढ़ाकर दर्शित करते थे, इस संबंध में सी.ए. की भूमिका भी संदिग्ध है। अभी तक आरोपियों द्वारा 50 पीड़ितों को अपना शिकार बनाकर ठगी करने की जानकारी दी है, पुलिस की माने तो पीड़ितों की संख्या 100 से भी अधिक होने की संभावना है। अब तक की जांच में आरोपियों द्वारा 50 पीड़ितो से लगभग 04 करोड़ रूपए की ठगी करने की जानकारी सामने आयी है। आरोपियों की निशानदेही पर उनके कब्जे से 46 नग क्रेड़िट कार्ड/डेबिड कार्ड/अन्य कार्ड, 140 नग अलग – अलग पीड़ितों के हस्ताक्षरयुक्त कोरा चेक, 02 नग स्वाईप मशीन, 01 नग थम्ब रीडर मशीन, 01 नग लैपटाॅप, 01 नग प्रिंटर, 02 नग नेट राउटर तथा ठगी की रकम से क्रय की गई 01 नग फार्चूनर वाहन क्रमांक सी जी/04/एन जे/0012, 01 नग टाटा हैरियर वाहन क्रमांक सी जी/04/एन एफ/0012, 01 नग यामहा आर-15 मोटर सायकल क्रमांक सी जी/04/एन जी/6083 कीमती लगभग 65,00,000/- रूपए (पैंसठ लाख रूपए) जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में अग्रिम कार्यवाही किया गया है।

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