सरकार ने कलेक्टर और SP को हटाया, ब्लास्ट मामले में मिली बड़ी लापरवाही,सरकार का बड़ा एक्शन
मध्य प्रदेश 7 फरवरी 2024। सरकार ने कलेक्टर और SP को हटाया, ब्लास्ट मामले में मिली बड़ी लापरवाही,सरकार का बड़ा एक्शन, मध्यप्रदेश के हरदा जिले के बैरागढ़ इलाके की पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण हादसे के बाद सरकार एक्शन मोड पर है। सरकार ने हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग और एस.पी. संजीव कुमार कंचन को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। वहीं इस मामले में कारखाना निरीक्षक नवीन कुमार बरवा और सहायक संचालक औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा सागर संभाग को निलंबित कर दिया गया है। आरोप है कि इस पूरे घटनाक्रम में एसपी को जिस तरह से सक्रियता दिखानी थी, वह उन्होंने नहीं दिखाई।
गौरतलब है कि हरदा में फटाका फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट की घटना के बाद मुख्यमंत्री बुधवार को हादसे में घायलों से मिलने हरदा पहुंचे थे। सीएम डाॅ.मोहन यादव ने कहा कि उन्हे मंगलवार को कैबिनेट बैठक के दौरान घटना की जानकारी लगने पर उन्होने तत्काल मंत्री राव उदय प्रताप सिंह को अधिकारियों के साथ भेजा था। शासन की ओर से घटना से पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद की जा रही है। मुख्यमंत्री ने साफ किया कि घटना की जांच के लिए टीम गठित की है, जो कि घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद जो अनुशंसा करेगी, उसके आधार पर ऐसी कार्रवाई करेंगे जो लोग याद रखेंगे।
मध्यप्रदेश के हरदा में हुए इस घटनाक्रम में मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव के दौरे के बाद गृह विभाग ने एसपी संजीव कुमार कंचन को हटाकर पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक पदस्थ किया है। बताया जा रहा है कि इस पूरे घटनाक्रम में लापरवाही बरतने वाले कुछ और अधिकारियों पर आने वाले वक्त में कार्रवाई की गाज गिरेगी। हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग को हटाने के साथ ही सरकार ने रोहित सिसोनिया को कलेक्टर का अतिरिक्त प्रभार दिया है। सिसोदिया हरदा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हैं। नए कलेक्टर की पदस्थापना आनेव वाले दो से तीन दिन में किये जाने की उम्मींद है।
बताया जा रहा है कि एसपी की लापरवाही की रिपोर्ट स्थल निरीक्षण के बाद मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री को दी थी। शिकायत में ये बताया गया कि एसपी संजीव कुमार कंचन ने घटना के बाद फैक्ट्री संचालक के विरुद्ध कार्रवाई करने में लापरवाही बरती थी। जिसके बाद सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए तत्काल हरदा एसपी और कलेक्टर को हटाने का आदेश जारी कर दिया गया। उधर जांच रिपोर्ट में विभिन्न कमियां उजागर होने के बाद भी फैक्ट्री के संचालन को रोकने की दिशा में प्रभावी कदम न उठाने वाले अधिकारियों के विरुद्ध भी कार्रवाई जल्द किये जाने की बात कही जा रही है।