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एरियर्स वसूली के नाम पर भैयादोहन का खेल….विवेक दुबे ने जैजैपुर बीईओ और सक्ती डीईओ के खिलाफ खोला मार्चा…..सर्व शिक्षक संघ ने दस्तावेजों के साथ किया मामले का खुलासा

रायपुर 1 जून 2022। सक्ती एरियर्स कांड जो फिलहाल मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है वह वैसा नहीं है जैसा दिखाया जा रहा है और इसका खुलासा दस्तावेजों के साथ सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे ने किया है।

उन्होंने शिक्षिका नीतू चंद्रा के आवेदन को प्रस्तुत करते हुए बताया कि 496 शिक्षकों को जो एरियर्स की राशि करने के संबंध में नोटिस जारी किया गया है उसमें अधिकांश शिक्षक बेगुनाह है जिसमें उनके हक के पैसे को पहले लेटलतीफी करके दिया गया और अब बिना जांच किए जिला पंचायत से सूची उठाकर सबके नाम नोटिस जारी करके उन्हें परेशान किया जा रहा है ।

उन्होंने बताया कि अधिकांश शिक्षकों को जिला पंचायत के द्वारा उनके समयमान वेतनमान , पुनरीक्षित वेतनमान और रोके गए वेतन की राशि एरियर्स के तौर पर दी गई है जिसमें पहले ही लेटलतीफी हुई और अब कई साल बाद बिना मामले की जांच किए भैयादोहन करते हुए नोटिस जारी किया गया है जिस से शिक्षक साथी परेशान है ।

उन्होंने सबूत के तौर पर नीतू चंद्रा का आवेदन भी प्रस्तुत किया है जिसको महज 15634 रुपए जो की उनका रुका हुआ वेतन था एरियर्स के तौर पर दिया गया था उनका नाम भी सूची में शामिल करते हुए राशि लौटाने के लिए आदेशित किया गया है ।

सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे ने अपना बयान जारी करते हुए पूछा है कि

” सेवा पुस्तिका का सत्यापन करवाना आखिर किसकी जिम्मेदारी है विभाग की या कर्मचारी की… एरियर्स भुगतान आखिर किस ने किया था BEO ने या खुद शिक्षक ने, विभाग भूले न की बीईओ ने खुद जिला पंचायत को गणना प्रस्ताव बना कर दिया था जिसके बाद जिला पंचायत ने राशि जारी की है…. भुगतान करते समय सारे मामले की जांच करने की जिम्मेदारी किसकी थी ….. जिसकी जिम्मेदारी थी उसकी जिम्मेदारी तय करके उसके ऊपर कार्रवाई करने के बजाय शिक्षकों को जबरदस्ती परेशान किया जा रहा है ताकि वसूली का एक रास्ता तैयार हो सके । इस प्रकार आंख मूंदकर 496 शिक्षकों की सूची जारी करने से बेहतर होगा की BEO और DEO पहले यह जांच लें कि किस किस के मामले में गड़बड़ी है और फिर केवल उसी को पत्र जारी किया जाए और उसके पहले उन दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए जिन्होंने गलत तरीके से भुगतान कर के शासन को नुकसान पहुंचाया है । पूरे प्रदेश में किसी भी दोषी शिक्षक साथी के ऊपर कारवाई होगी तो हम कुछ नहीं कहेंगे और वह स्वागत योग्य होगा लेकिन अनावश्यक निर्दोष शिक्षकों को परेशान करना कहीं से भी सही नहीं है और हम इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों और सरकार से करेंगे” ।

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