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Menka Devi Singh Ki Jivani In Hindi : डॉ मेनका देवी सिंह की जीवनी, पिता रह चुके हैं मुख्यमंत्री, मां विधायक और बहन सांसद, जानिये उनके बारे में

Menka Devi Singh Biography In Hindi : मेनका देवी सिंह को रायगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी बनाया गया है। सारंगढ़ के प्रतिष्ठित राजपरिवार जो कि विगत 100 से भी अधिक वर्षों से कांग्रेस पार्टी से जुड़कर जनता की सेवा में सदैव समर्पित हैं, इस परिवार की डॉ. मेनका देवी सिंह विगत चार दशक से पार्टी से जुड़ी हुई हैं। वो समाजसेवा में अपना योगदान दे रही हैं। डॉ. मेनका देवी सिंह को 2014 में रायगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवार के रुप में नामांकित किया था, लेकिन बाद में उनका नाम बदल दिया गया। हालांकि इसके बाद भी डॉ. मेनका देवी सिंह कांग्रेस पार्टी के सक्रिय सदस्य के रुप में और जनसेवा के अपने पारिवारिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए समाज सेवा में अपना योगदान देती रहीं। रायगढ़ (एसटी) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र (2014-20) में उन्होंने उपाध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी, रायगढ़ और धरमजयगढ़ के प्रभारी के रूप में भी कार्य किया।

पिता रह चुके हैं मुख्यमंत्री

आजादी के पहले सारंगढ़ स्टेट हमारे देश के महत्वपूर्ण रियासतों में से एक था। आजादी के बाद डॉ. मेनका देवी सिंह के पिता स्व. राजा नरेश चंद्र सिंह, जिन्होंने सारंगढ़ राज्य के अंतिम शासक रहते हुए भारतीय संघ में सारंगढ़ राज्य के विलय के पश्चात लोकतांत्रिक तरीके से जनसेवा में लगे रहे। स्व. राजा नरेश चंद्र सिंह ने 16 वर्षों तक मध्यप्रदेश में मंत्री (1952-1968) के रुप में कार्य किया। वह मध्य प्रदेश के एकमात्र आदिवासी मुख्यमंत्री थे।

मां विधायक और बहन रह चुकी है सांसद

डॉ. मेनका देवी सिंह की माता स्व. ललिता देवी, पुसौर विधानसभा से 1969 में निर्विरोध विधायक चुनी गई। बड़ी बहन, पुष्पा देवी सिंह, पूर्व सांसद, रायगढ़ लोकसभा से 3 बार विजयी रही हैं। बहन, कमला देवी सिंह, 18 वर्षों तक एम.एल.ए और 15 वर्ष तक मध्य प्रदेश में मंत्री के रूप कार्य किया। बहन, (दिवंगत) रजनी देवी, 1967 में सासद (लोकसभा) चुनी गई।

जीवनसाथी:-

पति, डॉ परिवेश मिश्रा, क्षेत्र के एक प्रसिद्ध चिकित्सा पेशेवर, कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी है।

संतान:-

बेटी, कुलिशा देवी, काग्रेस पार्टी के साथ काम कर रही है और राष्ट्रीय संयुक्त सचिव, भारतीय युवा काग्रेस (2020-22) भी रह चुकी है। कुलिश देवी ने प्रदेश अध्यक्ष (छत्तीसगढ), जवाहर बाल मंच (2022-2023) और समन्वयक (रिसर्च), छत्तीसगढ़ पीसीसी के रुप में भी कार्य किया है।

शिक्षा:-

डॉ. मेनका देवी सिंह ने अपनी प्राथमिक शिक्षा सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल, सागर,मध्य प्रदेश से पूरी की। साथ ही डॉक्टरी की पढाई (एमबीबीएस) गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल से पूरी की।

चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान :-

चालीस से भी अधिक वर्षों से डॉ. मेनका देवी सिंह ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में अवर्गीकृत लोगों के बीच स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच में सुधार लाने के लिए काम कर रही हैं। उन्होंने एक एनजीओ की स्थापना की जो रायगढ़, जशपुर और सारंगढ़ जिला क्षेत्र में कुष्ठ उन्मूलन, तपेदिक नियंत्रण और टीकाकरण के क्षेत्र में व्यापक काम करता है। 1990 के दशक में, उन्होंने अविभाजित मध्य प्रदेश में राज्यव्यापी प्रयास का नेतृत्व करते हुए आयोडीन की कमी से होने वाले विकारों पर सरकार को ध्यानाकर्षण के लिए मजबूर किया। उनके इन्हीं प्रयासों के फलस्वरुप राज्य में अनआयोडाइज्ड नमक की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया। डॉ. मेनका ने राज्य सरकार के साथ मिलकर जल जनित बीमारियों जैसे फाइलेरिया की रोकथाम की दिशा में भी काम किया है। सरकार ने उनके प्रयासों की सराहना करते हुए एक सामूहिक उपचार कार्यक्रम की शुरुआत की।

सामाजिक कार्यः

CAPART, यूनिसेफ जैसी अन्य एजेंसियों की मदद से छोटा नागपुर पठार जो रायगढ़ (एस टी) लोकसभा का हिस्सा है के सुदूरवर्ती पहाड़ी गांवों में निवासरत कोरवा आदिवासियों के लिए हैंडपंप लगाने की परियोजना को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया। INTACH, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की सक्रिय आजीवन सदस्य। आप वर्तमान में RNCS सेवा सस्था के संस्थापक है, जो पूर्वी छत्तीसगढ़ के आदिवासी इलाकों में सामाजिक चिकित्सा और ग्रामीण विकास परियोजनाओं के क्षेत्र में कार्यरत एक गैर सरकारी संगठन है।

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