शिक्षक/कर्मचारी

जशपुर व कोंडागांव में प्रमोशन अब तक नहीं : प्रधान पाठक/यूडीटी मंच” के प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू बोले- DEO को बर्खास्त करें सरकार

रायपुर 19 नवंबर 2022। कई जिलों में सहायक शिक्षकों का प्रमोशन तो हो रहा है, लेकिन अभी भी कई जिले प्रमोशन पर अटे हैं। जशपुर और कोंडागांव जिलों के जिला शिक्षाधिकारीयों के खिलाफ अब सहायक शिक्षकों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। पदोन्नति नहीं होने से उक्त दोनों जिलों के लगभग तीन हजार से अधिक पदोन्नति पात्र शिक्षको में राज्य सरकार के प्रति खतरनाक आक्रोश पनप रहा है जिसका कि भविष्य में काफी गंभीर परिणाम हो सकता है।


“छत्तीसगढ़ प्राथमिक प्रधान पाठक/यूडीटी मंच” के प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू ने बताया कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप राज्य के लगभग 90 % जिलों में प्राथमिक प्रधान पाठक के पदो पर पदोन्नति की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है लेकिन कोंडागांव और जशपुर जिलों में पदोन्नति प्रक्रिया आज तक पूर्ण नहीं हो पाई है जिसके कारण इन जिलों के शिक्षको में राज्य सरकार के प्रति काफी नाराजगी बड़ रही है।
चूंकि पदोन्नति करने का काम संबंधित जिला के जिला शिक्षाधिकारियो का है। और यदि जिला शिक्षाधिकारी द्वारा पदोन्नति करने में लापरवाही बरते तो संबंधित जिले के जनप्रतिनिधियों की मांग पर राज्य सरकार द्वारा तत्काल कार्रवाई किया जाता है।


परंतु देखा यह जा रहा है कि जशपुर और कोंडागांव जिले में आज तक पदोन्नति प्रक्रिया पूर्ण नहीं हुई है जिससे कि उक्त जिले के लगभग तीन हजार पदोन्नति योग्य शिक्षको में जिले के जनप्रतिनिधियों एवं राज्य सरकार के प्रति काफी ज्यादा नाराजगी है। जिसका खामियाजा सरकार को भविष्य में भुगतना पड़ सकता है।
यह बात उल्लेखनीय है कि उक्त जिलों के प्रत्येक गांवों में प्राथमिक शाला है जहां ये पदोन्नति योग्य शिक्षक, पदोन्नत होकर प्रधान पाठक के रूप में पदस्थ होंगे।


संगठन के प्रदेशाध्यक्ष जाकेश साहू ने प्रदेश सरकार के मुखिया एवं राज्य सरकार के मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी से मीडिया के माध्यम से निवेदन किया है कि जशपुर और कोंडागांव के पदोन्नति मामलो को संज्ञान लेवें तथा उक्त दोनों डीईओ को तत्काल इनके पदो से बर्खास्त करके इनके खिलाफ विभागीय जांच बिठाकर इनके पूरे कार्यकाल के आय व्यय एवं वित्तीय लेनदेन की जांच की जाए।


प्रांताध्यक्ष जाकेश साहू ने जशपुर और कोंडागांव जिले के राज्य सरकार के मंत्रीगण, सांसद एवं समस्त विधायको व जनप्रतिनिधियों से अपील किया है कि ऐसे डीईओ की शिकायत माननीय मुख्यमंत्री से कर इन डीईओ को तत्काल बर्खास्त करें।


संबंधीत जिले के शिक्षको से भी अपील की गई है कि सभी शिक्षक संगठित होकर सौ सौ की संख्या में जाकर उक्त डीईओ की शिकायत तत्काल सभी विधायको, मंत्रियों एवं जन प्रतिनिधियों से करें जिससे कि डीईओ को तत्काल बर्खास्त किया जा सके।

Back to top button