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स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेश्कर का लंबी बीमारी के बाद निधन….13 साल की उम्र में शुरू किया था कैरियर,हर देशवासी के दिलों मे लता दीदी करती थी राज

मुंबई 6 फरवरी 2022। अपनी सुरीली आवाज से देश-दुनिया पर दशकों तक राज करने वाली सुर-साम्राज्ञी लता मंगेशकर का निधन हो गया। ‘भारत रत्‍न’ से सम्‍मानित वेटरन गायिका ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में अंतिम सांस ली। वह 92 वर्ष की थीं। ‘भारत की नाइटिंगेल’ के नाम से दुनियाभर में मशहूर लता मंगेशकर ने करीब पांच दशक तक हिंदी सिनेमा में फीमेल प्‍लेबैक सिंगिंग में एकछत्र राज किया। भारतीय सिनेमा की बेहतरीन गायिकाओं में शुमार लता मंगेशकर ने 1942 में महज 13 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी।

उन्होंने कई भारतीय भाषाओं में अब तक 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। लता को भारत की ‘सुर साम्राज्ञी’ के नाम से जाना जाता है। उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है। इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

13 साल की उम्र में 1942 में करियर की शुरूआत

भारतीय सिनेमा की बेहतरीन गायिकाओं में शुमार लता ने 13 साल की उम्र में 1942 में अपने करियर की शुरूआत की थी. उन्होंने विभिन्न भारतीय भाषाओं में अब तक 25 हजार से अधिक गाने गाये हैं. सात दशक के अपने करियर में उन्होंने कई ऐसे गाने गाये हैं, जो आज भी लोगों के जेहन में हैं. इनमें ‘‘अजीब दास्तां है ये’ ‘प्यार किया तो डरना क्या’ और ‘नीला आसमां सो गया’ शामिल है. लता को भारत की ‘सुर साम्राज्ञी’ के नाम से जाना जाता है और उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से भी नवाजा जा चुका है. इसके अलावा लता को पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है.

लता मंगेशकर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था

गौरतलब है कि लता जी को  सांस लेने में कठिनाई के चलते लता मंगेशकर को इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उस दौरान उनके निमोनिया से ग्रस्त होने का पता चला था और 28 दिन के उपचार के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी.

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