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सहायक शिक्षकों को रोकने के लिए बनाया गया चक्रव्यूह… 7 अलग-अलग घेरों से होकर गुजरना होगा प्रदर्शनकारियों को… पढ़िये क्या और कैसा है इंतजाम

रायपुर 22 जुलाई 2022। विधानसभा घेराव के लिए सहायक शिक्षकों ने अगर मजबूत तैयारी की है, तो वहीं पुलिस का तगड़ा इंतजाम है। पुलिस ने सहायक शिक्षकों के आंदोलन को फुस्स करने के लिए तगड़ी रणनीति तैयारी की है। सहायक शिक्षक कम से कम रायपुर पहुंचे, इसे लेकर कई स्तर की घेराबंदी की गयी है। पहले दौर में कोशिश ये है कि सहायक शिक्षक अपने जिला मुख्यालय से ही बाहर नहीं निकल सके। इसके लिए विभागीय अधिकारी DEO-BEO से भी शिक्षकों पर लगातार दवाब बनाया गया।

प्रशासन ने रायपुर पहुंचने से रोकने के लिए जिलों की सीमा पर भी सहायक शिक्षकों को रोका। कई जिलों से खबर आ रही है कि जिले की सीमा से निकलते ही उन्हे रोक दिया गया और वापस भेज दिया गया। कुछ जगहों से बसों में भी तलाशी लेने की खबर आयी।

कांकेर से खबर आयी की फेडरेशन के जिलाध्यक्ष उत्तम सिन्हा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फेडरेशन के जिलाध्यक्ष मनीष मिश्रा ने NW न्यूज 24 को बताया कि हमारे कई साथी के घरों में भी पुलिस की टीम पहुंची थी, लेकिन वो मिले नहीं। कांकेर में जिलाध्यक्ष को गिरफ्तार किया गया है।

जिलों से बचते-बचाते अगर शिक्षक अपने जिलों से निकलने में कामयाब भी हो रहे हैं तो रायपुर की सीमा पर उन्हें रोकने की तैयारी है। कई जगहों पर शिक्षकों को प्रदर्शन स्थल पर पहुंचने से रोका जा रहा है। बावजूद शिक्षक अगर धरनास्थल पर पहुंचने में कामयाब हो जाते हैं, तो सहायक शिक्षकों को विधानसभा तो छोड़िये विधानसभा के आसपास भी पहुंचने से रोकने की पूरी तैयारी है।

सप्रेशाला मैदान के पास ही तगड़ी बैरिकेटिंग की गयी है, जिसे तोड़ पाना नामुकीन है। सप्रेशाला तक पहुंचने से पहले भी दो बैरेकेटिंग और की गयीहै। वहीं विधानसभा के आसपास भी पुलिस की टीम का तगड़ा इंतजाम है। विधानसभा के रास्ते में भी तीन जगहों पर बैरिकेटिंग की गयी है।

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