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800 करोड़ हो गई दुनिया की आबाद… कितना गंभीर संकट… चीन को पीछे छोड़ेगा भारत…

नई दिल्ली 15 नवंबर 2022 दुनिया में इंसानों की आबादी अब 8 अरब के पार पहुंच गई है। 1950 में जिस संसार में इंसानों की संख्या 2.5 अरब ही थी, वह अब तीन गुने से भी ज्यादा हो गई है। यही नहीं संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि यह आंकड़ा 2086 तक 10.6 अरब तक जा सकता है। फिलहाल दुनिया की आबादी में चीन, भारत, पाकिस्तान, ब्राजील जैसे देशों का अहम योगदान है। लेकिन यह भी चिंता की बात है कि इतनी बड़ी आबादी को कैसे बेहतर जिंदगी मिलेगी और यदि आबादी पर तत्काल ब्रेक ही लग जाए तो भी असंतुलन का खतरा है। ऐसा होने पर अगले कुछ दशकों में दुनिया में बुजुर्गों की आबादी बहुत अधिक होगी और वर्कफोर्स में बड़ी गिरावट आएगी।

दुनिया में आज भी 82 करोड़ लोग दो वक्त की रोटी भी नहीं जुटा पा रहे। यूक्रेन के युद्ध ने खाद्यान्न और ऊर्जा के संकट में और इजाफा कर दिया है। इसका सबसे ज्यादा असर विकासशील देशों पर ही पड़ रहा है। 1.4 करोड़ बच्चे ऐसे हैं, जो गंभीर रूप से कुपोषण के शिकार हैं। दुनिया भर में मरने वाले बच्चों में 45 फीसदी वे होते हैं, जो भूख और अन्य कारणों से मर जाते हैं। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक 2019 से 2022 के दौरान 15 करोड़ लोग भुखमरी के शिकार हो गए। भुखमरी का गरीबी से सीधा ताल्लुक है। 2021 के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भऱ में 69 करोड़ लोग यानी 9 फीसदी आबादी अत्यधिक गरीबी का शिकार है।

इससे पहले 2011 में दुनिया की आबादी 700 करोड़ हुई थी, जबकि 1998 में 600 करोड़. वहीं, 11 जुलाई 1987 को 500 करोड़. इसी कारण हर साल 11 जुलाई को ‘विश्व जनसंख्या दिवस’ भी मनाया जाता है.

ये महज एक अनुमान है. और ये सही भी हो सकता है और गलत भी. संयुक्त राष्ट्र ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि जिन 237 देशों या इलाकों का डेटा लिया गया है, उनमें से 152 देश या इलाके ही ऐसे हैं जिनका डेटा 2015 और उसके बाद का है.

बाकी के 74 देशों का डेटा 2005 से 2015 के बीच का है, जबकि 11 देशों और इलाकों का डेटा 2005 से पहले का है. इसका मतलब हुआ कि संयुक्त राष्ट्र ने जो अनुमान लगाया है उसमें गलती भी हो सकती है और सही भी हो सकता है.

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