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शिक्षक ने क्लास रूम में छात्रा के उतरवाए कपड़े, दुखी छात्रा ने खुद को लगाई आग…अस्पताल में मौत…

जमशेदपुर 15 अक्टूबर 2022 : जमशेदपुर के एक स्कूल में नकल के आरोप में टीचर ने सबके सामने कपड़े उतरवाकर छात्रा की जांच की। इस घटना के बाद छात्रा इतनी परेशान और शर्मिंदा हो गई कि उसने घर पहुंच कर खुद को आग लगा ली। नौंवी की छात्रा 90 फीसदी जल चुकी थे। उसे टाटा मेन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

जमशेदपुर के स्कूल में नकल एक टीचर ने नकल के शक में पूरी क्लास के सामने दलित छात्रा के कपड़े उतरवाकर चेकिंग की। इससे आहत छात्रा मे घर पहुंचकर खुद को कमरे में बंद कर लिया और केरोसिन छिड़ककर आग लगा ली। परिजनों ने गंभीर रूप से जली छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां शनिवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। छात्रा 90 प्रतिशत से ज्यादा जल चुकी थी। घटना से नाराज परिजन और स्थानीय लोगों ने डीईओ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और आरोपी शिक्षिका पर करवाई की मांग की।

जमशेदपुर के साकची स्थित शारदामणि गर्ल्स स्कूल में नौंवी क्लास में पढ़ने वाली छात्रा के टीचर ने नकल के शक में कपड़े उतरवाए थे। छात्रा के पास से कोई पर्ची नहीं मिली लेकिन घटना की वजह से वह बहुत आहत हो गई थी। ऐसे में घर आकर उसने खुद को आग लगा ली। इलाज टीएमएच में इलाज चल रहा था। नाबालिग अस्सी फीसदी से ज्यादा जल चुकी थी। शनिवार सुबह 11.30 सुबह बजे उसकी मौत हो गई। घटना के विरोध में सैकड़ों लोग स्कूल से लेकर डीईओ कार्यालय तक बवाल कर रहे थे। मौत के बाद आक्रोश और भड़कने की आशंका है। अस्पताल से लेकर डीईओ कार्यालय तक की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। स्कूल बंद कर दिया गया है। शिक्षिका की बर्खास्तगी का आदेश दे दिया गया है।

छात्रा के खुद को आग लगाने के बाद शनिवार सुबह-सुबह उसके परिजन और छाया नगर बस्ती के लोग स्कूल परिसर पहुंच गए। यहां बस्ती के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि घटना के बाद शनिवार को स्कूल खुला नहीं था, इसलिए लोग स्कूल के मेन गेट के बाहर बैठे रहे। यहां घंटों बैठने के बाद बस्ती के लोग डीईओ कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने के लिए निकल गए। बस्ती के लोग आरोपी शिक्षिका पर कार्रवाई और उसके इलाज का खर्च स्कूल की ओर से देने की मांग कर रहे थे। आक्रोशित लोगों ने डीईओ दफ्तर में ताला जड़ दिया।

आग लगाने वाली छात्रा ने मौत से पहले खुद अपनी आपबीती बताई। ‘मैं शारदामणी स्कूल में पढ़ती हूं। शुक्रवार को शुरू हुई टर्मिनल परीक्षा में साइंस का एग्जाम देने गई थी। शाम 4 बजे इंविजिलेटर चंद्रा दास ने मुझे यह कहते हुए पकड़ा कि मैं चीटिंग कर रही हूं। इसके बाद सभी के सामने उन्होंने मुझे तमाचा जड़ दिया। फिर सभी के सामने मेरे कपड़े उतरवा दिए।

इससे पहले मैंने विरोध किया कि कपड़े के अंदर चिट नहीं है, तब उन्होंने कहा-तुम सयानी बनती हो, कपड़े उतारो। फिर वहां से मुझे प्रिंसिपल के कमरे में ले जाया गया। छुट्‌टी होने के बाद मैं अपने घर आ गई। इस घटना से इतनी शर्मिंदा थी कि मैंने बहनों को पड़ोसी के घर भेज दिया और कमरे में ही खुद को आग लगा ली।’

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