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गृह मंत्रालय ने NIA जांच के दिये आदेश : उदयपुर में निर्मम हत्या के बाद कर्फ्यू, इस आतंकी संगठन पर है शक, पढ़िये अब तक क्या-क्या हुआ

उदयपुर 29 जून 2022। उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या के बाद राजस्थान समेत पूरे देश में उबाल है. लोग सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन पर उतारु हैं. वहीं, प्रशासन ने ऐहतियातन पूरे प्रदेश में धारा 144 लगा दी है. साथ ही 7 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. बता दें कन्हैया लाल के हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की बेरहमी से हुई हत्या को लेकर गृह मंत्रालय सख्त हो गया है. गृह मंत्रालय ने मामले की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को सौंप दी है. गृह मंत्रालय हत्याकांड को आंतकी वारदात मानकर इसकी जांच करा रहा है. साथ ही एनआईए को यह पता लगाने को भी कहा जा रहा है कि कहीं हत्याकांड के पीछे किसी विदेशी संगठन का हाथ तो नहीं हैं.

राजस्थान के उदयपुर में टेलर की निर्मम हत्या करने वाले आरोपी मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद को लेकर बड़े खुलासे का दावा किया जा रहा है. दोनों ही हत्यारों के संबंध ‘दावत-ए-इस्लामी’ संगठन से बताए जा रहे हैं. ऐसे में जानते हैं कि दावत-ए-इस्लामी का गठन कब और क्यों हुआ था? 

दावत-ए-इस्लामी एक सुन्नी मुस्लिम संगठन है. इस संगठन का काम पैगंबर मोहम्मद साहब के संदेशों का प्रचार और प्रसार करना है. इसी बुनियाद पर इसका गठन भी हुआ था. उदयपुर की घटना पैगंबर की बेअदबी से जुड़ी हुई है क्योंकि दोनों हत्यारों ने वीडियो जारी करके कहा था कि यह इस्लाम और पैगंबर के अपमान का बदला है.   

इस घटना की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद उल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी निंदा की है. उन्होंने कहा कि उदयपुर की घटना राजस्थान पुलिस की नाकामी है.

ओवैसी ने कहा कि, कन्हैया लाल की हत्या को रोका जा सकता था. वह पहले से इसकी शिकायत कर रहे थे. ये क्रूर हत्या है हम उसका विरोध करते हैं. जो वीडियो बनाए गए इससे साफ़ है की कट्टरता कैसे बढ़ रही है देश में. नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को गिरफ़्तार किया जाए कोर्ट की धाराओं की तहत सजा मिले.

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