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पुलवामा हमले की बरसी आज :जब शहीद हुए 40 जवान और CRPF ने कहा- न माफ करेंगे और न भूलेंगे, 12 दिन में सिखाया था सबक

रायपुर 14 फरवरी 2022।14 फरवरी, 2019…आखिर में इस तारीख को कौन भूल सकता है? यह वही दिन था, जब जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर तेजी से आगे बढ़ रहे CRPF जवानों के काफिले पर आत्मघाती आतंकी हमला हुआ और भारत के 40 वीर जवान शहीद हो गए. पुलवामा जिले के आवंतिपोरा के पास लेथपोरा इलाके में हुए हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी, जिसके बाद भारत ने महज 12 दिनों में ही ‘नापाक’ पाक से बदला ले लिया. भारत ने 26 फरवरी को बालाकोट एयरस्ट्राइक करके जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को ढेर कर दिया था. पुलवामा हमले के बाद से ही पाकिस्तान के खिलाफ देशभर में गुस्से का माहौल था.

300 किलो विस्फोटक से भरी गाड़ी से किया था हमला
दरअसल, पुलवामा में नेशनल हाईवे पर जा रहे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों के काफिले पर आतंकवादियों ने छिपकर निशाना बनाया. 14 फरवरी, 2019 की दोपहर के वक्त 300 किलो विस्फोटक से लदी गाड़ी ने सीआरपीएफ वाहन को टक्कर मारकर काफिले को उड़ा दिया था. आतंकी हमले के बाद जवानों को नजदीक के आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया, लेकिन मौके पर ही बड़ी संख्या में जवानों ने दम तोड़ दिया था. घटना के चंद मिनटों के बाद ही पूरी दुनिया में इसकी निंदा की जाने लगी. ज्यादातर देशों ने भारत के वीर जवानों पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की. इस घटना को अंजाम देने वाले हमलावर का नाम आदिल अहमद डार था. इसके अलावा, हमले में सज्जाद भट्ट, मुदसिर अहमद खान आदि जैसे आतंकियों के भी हाथ थे, जिसे बाद में सेना ने मौत के घाट उतार दिया. मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने की, जिसमें उसने साढ़े 13 हजार से अधिक पन्नों की चार्जशीट दाखिल की.

पुलवामा की बरसी पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध
पुलवामा की बरसी पर घाटी में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। सुरक्षा बलों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के भी निर्देश दिए गए हैं। महत्वपूर्ण सुरक्षा स्थलों की सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही जम्मू-श्रीनगर, श्रीनगर-बारामुला, श्रीनगर-कुपवाड़ा हाईवे पर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। मोबाइल नाके भी लगाए गए हैं। सभी जगहों पर वाहनों की जबरदस्त चेकिंग की जा रही है। आईजी कश्मीर विजय कुमार का कहना है कि सुरक्षा बल हमेशा सतर्क रहते हैं, लेकिन पुलवामा की बरसी को देखते हुए अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है ताकि आतंकियों की किसी भी नापाक इरादे को नाकाम बनाया जा सके।

 

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