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1 अप्रैल से UPI ट्रांजैक्शन से लेन-देन पड़ेगा महंगा, ₹2000 से ज्यादा के पेमेंट पर एक्स्ट्रा चार्ज लगाने की तैयारी!

नई दिल्ली 29 मार्च 2023: अगर आप ऑनलाइन लेनदेन के लिए UPI का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके लिए है। 1 अप्रैल से Gpay, Phonepe, Paytm आदि ऐप से पेमेंट करने पर चार्ज देना पड़ सकता है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने एक सर्कुल जारी किया है। इसके तहत यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए मर्चेंट ट्रांजेक्शन पर फीस लगाने का सुझाव दिया गया है। इसका मतलब है कि अगले महीने से मर्चेंट यानी व्यापारियों के साथ की जाने वाली लेनदेन पर आपको जेब ढीली करनी पड़ सकती है।

खबर के मुताबिक, सर्कुलर में NPCI ने प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट यानि PPI से होने वाले 2000 रुपये से ज्यादा के पेमेंट पर इंटरचेंज चार्ज लगाने को कहा है। ये चार्ज 0.5-1.1 फीसदी तक लगाया जा सकता है। यह चार्ज सभी तरह के मर्चेंट पेमेंट पर लिया जाएगा। हालांकि पर्सन टू पर्सन या फिर पर्सन टू मर्चेंट पेमेंट पर इंटरचेंज चार्ज नहीं लगाया जाएगा। ऐसे में आम उपभोक्ता को रोजमर्रा के लेन-देन पर इसका असर नहीं होगा।

NPCI के सर्कुलर के मुताबिक 1 अप्रैल से UPI पेमेंट जैसे फोन पे (Phone Pay), गूगल पे (Google Pay) और पेटीएम (Paytm) जैसे डिजिटल माध्यम से अगर आप 2,000 रुपये से ज्यादा का पेमेंट करेंगे, तो इसके लिए ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 70 फीसदी UPI P2M लेन-देन 2,000 रुपये से अधिक के कीमत के होते हैं, ऐसे में इन पर 0.5 से 1.1 फीसदी का इंटरचेंज चार्ज लगाने की तैयारी चल रही है।

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन (NPCI) ने अलग-अलग क्षेत्र के लिए अलग-अलग इंटरचेंज फीस तय की है। कृषि और टेलीकॉम सेक्टर में सबसे कम इंटरचेंज फीस वसूली जाएगी। दरअसल, इंटरचेज फीस मर्चेंट ट्रांजैक्शंस यानी मर्चेंट टू मर्चेंट पेमेंट करने वाले यूजर्स को ही देना पड़ता है।

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