हेडलाइनबिग ब्रेकिंग

छत्तीसगढ़ का अनूठा स्कूल: इन 9 स्कूलों को शिक्षा विभाग नहीं, पुलिस विभाग चलाता है, शिक्षक नहीं, SP, ASP और DSP कराते हैं पढ़ाई

पहले झोपड़ी में लगता था स्कूल, कबीरधाम पुलिस के प्रयासों से अब बच्चों को पढ़ने के लिए पक्का भवन बन कर तैयार, नक्सल प्रभावित क्षेत्र के स्कूल विहीन गांव में कबीरधाम पुलिस द्वारा संचालित है 09 अस्थाई स्कूल

Police School In Kabirdham:  कबीरधाम जिले में पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा वनांचल क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनने लगातार प्रयास किए जा रहें है। इसके साथ ही कबीरधाम पुलिस द्वारा नक्सली गतिविधियों को रोकने और वनांचलवासियो को जागरूक करने के लिए सामुदायिक पुलिसिंग के तहत लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

थाना तरेगांव अंतर्गत नक्सल प्रभावित ग्राम झुरगीदादर में पुलिस विभाग द्वारा संचालित अस्थाई स्कूल पहले झोपड़ी में लगता था, अब यहां बच्चों को पढ़ने के लिए पक्का भवन बन कर तैयार हो गया है। आज ग्राम झुरगीदादर के ग्रामीणों ने विधिवत पूजा अर्चना कर स्कूल का शुभारंभ किया और नए भवन में विद्यार्थियों को प्रवेश कराया। ग्रामीणों ने नए भवन के लिए कबीरधाम पुलिस और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया है।

पहले झोपड़ी में लगता था स्कूल, अब बच्चों को पढ़ने के लिए पक्का भवन

पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास(आईपीएस), पुष्पेंद्र बघेल के निर्देशन में उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन संजय धुर्वे, सतीश धुर्वे के नेतृत्व में कबीरधाम जिले में 9 अस्थाई प्राथमिक स्कूल ग्राम झुरगीदादर, बीजादाब, पंडरीपथरा, बंदूकुदा, सौरू, सुरुतिया, मांदीभाट, बगईपहाड़, तेंदूपडवा एवं चार ओपन कोचिंग सेंटर चलाया जा रहा है। कबीरधाम पुलिस एवं जिला प्रशासन मिलकर सभी 11 स्थानो पर सामुदायिक भवन के नाम से भवन बनाने के लिए स्वीकृत किया गया था।

नक्सल प्रभावित क्षेत्र के स्कूल विहीन गांव में बच्चे हो रहे शिक्षित

अति नक्सल प्रभावित स्कूल विहीन होने के कारण वहां के बच्चे शिक्षा से वंचित थे, दूर-दूर तक स्कूल नहीं होने के कारण बच्चे स्कूल नहीं जाते थे। इसी सोच को आगे बढ़ते हुए पुलिस अधीक्षक ने नक्सल प्रभावित होने के कारण वहां अस्थाई स्कूल तैयार किया और स्थानीय शिक्षित युवाओं को अध्यापन कार्य में लगाकर, युवाओ को रोजगार से जोड़ा गया।

SSP, ASP और DSP कराते हैं पढ़ाई

पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा अस्थाई स्कूल प्रारंभ किया गया और लगातार सैकड़ो के संख्या में विशेष जनजाति के बैगा जो पढाई कर चुके हैं और आगे के भी पढ़ाई कर रहे हैं, पांचवी तक पढ़ने के बाद जो विद्यार्थी शहर में आकर पढ़ाई कर रहे हैं उनके लिए भी हॉस्टल आदि में सुविधा मुहैया कराई जा रही है।

पुलिस विभाग द्वारा संचालित 9 अस्थाई स्कूल से 400 विद्यार्थी पास

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया की कबीरधाम पुलिस द्वारा संचालित अस्थाई स्कूल में अब तक विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के लगभग 400 की संख्या में बच्चे वहां से पढ़कर निकले है। भर्ती होते समय कबीरधाम पुलिस द्वारा शैक्षणिक सामग्री भी वितरण किया जाता है। उन्होंने बताया कि अस्थाई स्कूल से पास होने के बाद कवर्धा शहर में लगभग विभिन्न हॉस्टल में 100 से अधिक विद्यार्थी अपने आगे की पढ़ाई कर रहे हैं।

Back to top button