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मंगलवार के दिन करें हनुमान जी का पूजन, मिलेगा हर संकट से छुटकारा

12 सितम्बर 2023|श्रीराम भक्त हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए कोई हनुमान चालीसा का पाठ करता है तो कोई सुंदरकांड का पाठ करता है. लेकिन अगर यही पूजा सही दिन और सही समय पर की जाए, तो ज्यादा फलदायी होती है. कहते हैं कि मंगलवार और शनिवार का दिन पवन पुत्र हनुमान को समर्पित है. मंगलवार के दिन बजरंग बली की पूजा का विशेष महत्व है. कहते हैं मंगलवार के दिन व्रत रखने से कुंडली में मंगल ग्रह के निर्बल होने का प्रभाव बदल जाता है और शुभ फल की प्राप्ति होती है. इतना ही नहीं, मान्यता है कि शनि की साढ़े साती और शनि दशा को दूर करने के लिए भी ये बहुत लाभकारी है. 

हिंदू मान्याओं के मुताबिक सप्ताह का प्रत्येक दिन एक भगवान को समर्पित होता है. आज यानि मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना की जाती है. कहा जाता है कि हनुमान जी की पूजा करने से भगवान राम भी प्रसन्न होते हैं. हनुमान जी को बजरंगल बली, संकटमोचन और पवरपुत्र हनुमान के नाम से भी जाना जाता है. मान्यता है कि हनुमान जी की पूजा अर्चना करने से सभी संकट और विकारों का नाश होता है.

मंगलवार के दिन व्रत रखने से सम्मान, बल, सहास और  पुरुषार्थ में भी वृद्धि होती है. इस दिन शुभ समय में पूजा-अर्चना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है और संकट से मुक्ति मिलती है. आइए जानते हैं हनुमान जी की  मंगलवार के दिन पूजा का सही समय क्या होना चाहिए और पूजा विधि पर नजर डालते हैं. 

हनुमान जी की पूजन विधि
मंगलवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और हनुमान चालीसा का पाठ करें. कहा जाता है कि मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा के साथ ही यदि बजरंग बाण का पाठ भी किया जाए तो वह बेहद ही फायदेमंद होता है. विधि पूर्व हनुमान जी की पूजा करने से उनकी कृपा मिलती है और कहते हैं हनुमान जी प्रसन्न होकर अपने भक्तों के सभी संकटों को दूर करते हैं.

हनुमान जी पूजा के नियम
कहते हैं कि हनुमान जी की पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है और भक्तों के जीवन में मंगल ही मंगल होता है. लेकिन हनुमान जी की पूजा के कुछ नियम है, जिनका पालन करना जरूरी है.

  • हनुमान की पूजा सुबह और शाम के समय ही की जाती है.
  • हनुमान की पूजा में लाल रंग के फूलों का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
  • यदि आप हनुमान जी पूजा करते हैं तो ध्यान रखें कि हमेश लाल धागे की ही बाती बनाकर दिया जलाना चाहिए.
  • कहा जाता है कि हनुमान जी साधना करते समय ब्रह्मचर्य व्रत का पालन किया जाना चाहिए. पूजा के समय कामुक विचार न आने दें.
  • मंगलवार के दिन मांस-मंदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.
  • हनुमान की पूजा में चरणामृत का इस्तेमाल न करें.
  • ध्यान रखें महिलाएं हनुमान की मूर्ति को बिल्कुल स्पर्श न करें.

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