क्राइमहेडलाइन

3 साल पहले, तीन आरोपियों ने की थी क्रिकेट स्टेडियम के गार्ड की हत्या… अवैध संबंध बनी थी वजह…बिजली के तार से……पुलिस ने इस तरह किया खुलासा

रायपुुर 6 नवंबर 2022। तीन साल पहले जिन तीन आरोपियों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया था, राजधानी पुलिस ने उस वरदात का खुलासा कर दिया है। परसदा क्रिकेट स्टेडियम के गार्ड की हत्या गांव के ही तीन लोगों ने किया था। तफ्तीश में खुलासा हुआ है कि मृतक का गांव की ही एक महिला से अवैध संबंध था, जिसके बाद बौखलाये पति ने अपने दोस्तों के साथ कत्ल की इस वारदात को अंजाम दिया था। पूरी घटना मंदिर हसौद इलाके की बतायी जा रही है। दरअसल 30 सितंबर 2019 को देवेश जांगड़े नाम के युवक का शव मिला था। मंदिर हसौद क्षेत्रांतर्गत ग्राम परसदा स्थित पनखटिया तालाब के मेढ़ के किनारे मिले शव पर चोट के निशान के अलावे गला दबाकर हत्या के सबूत मिले थे।

लंबित हत्या व अन्य गंभीर मामलों की समीक्षा कर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर/अपराध अभिषेक माहेश्वरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कीर्तन राठौर को निर्देशित किया गया। जिस पर निर्देशानुसार नगर पुलिस अधीक्षक माना कल्पना वर्मा, उप पुलिस अधीक्षक अपराध दिनेश सिन्हा, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना प्रभारी मंदिर हासौद की संयुक्त टीम तैयार कर मामले के निकाल हेतु पुनः साक्ष्य संकलन व अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया। जिस पर लंबित मामलों की डायरियों का अवलोकन कर नये सिरे से विवेचना प्रारंभ किया गया।
इसी क्रम में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना मंदिर हसौद पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा तीन वर्ष पूर्व से लंबित मंदिर हसौद थानांतर्गत गा्रम परसदा में हुये मृतक देवेश की हत्या की घटना के संबंध में मृतक के भाई सहित आस-पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ करते हुये अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया।

टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल तथा उसके आस-पास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करने के साथ प्रकरण में अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु मुखबीर भी लगाये गये। टीम के सदस्यों द्वारा घटना में संलिप्त अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु लगातार तकनीकी सहायता प्राप्त करते हुए तथा अन्य प्राप्त साक्ष्यों के माध्यम अज्ञात आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे।


इसी दौरान टीम के सदस्यों को घटना के पूर्व अंतिम बार मृतक देवेश जांगड़े को गांव के ही उसके साथी अमन जांगड़े, चंदशेखर एवं कमलेश के साथ ग्राम परसदा के पनखटिया तालाब में मछली पकड़ने की जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा ग्राम परसदा निवासी अमन जांगड़े को पकड़ा गया। परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर अमन जांगड़े से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसके द्वारा बताया गया कि मृतक देवेश जांगड़े परसदा क्रिकेट स्टेडियम में गार्ड के रूप में कार्यरत् था तथा मृतक का गांव के ही चंदशेखर जांगड़े की पत्नी के साथ अवैध संबंध का शंका था एवं एक अन्य आरोपी के बहन के साथ संबंधों की भी चर्चा गांव में हो रही थी। इसी बीच चंदशेखर जांगड़े ने अमन जांगड़े एवं कमलेश को देवेश जांगड़े को जान से मारकर रास्ते से हटाने की बात कहा व सबने मिलकर देवेश जांगड़े की हत्या की योजना बनाई।


दिनांक घटना को पूर्व सुनियोजित योजना के अनुसार चंद्रशेखर जांगड़े एवं अमन जांगड़ेे मृतक देवेश जांगड़े को पहले लाखौली शराब दुकान ले जाकर उसको शराब पिलाये, उसके पश्चात् तीनों मृतक देवेश जांगड़े के मोटर सायकल में बैठकर ग्राम परसदा स्थित पटखनिया तालाब गये। जहां कमलेश पूर्व से मौजूद था वहां उन्होने अपना शर्ट व मोबाईल उतार कर चंद्रशेखर के ईशारे पर अमन व कमलेश मृतक देवेश को लेकर तालाब के दूसरी ओर गये। जहां वे बिजली के तार से तालाब के पानी में करंट फैलाकर मछली पकड़ने लगे। इसी बीच मौका पाकर सुनियोजित तरिके से अमन जांगड़े एवं कमलेश ने मारपीट कर धक्का देकर नीचे गिरा दिया व मछली पकड़ने वाले बिजली के तार से मृतक देवेश जांगड़े का गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी तथा अपनी पहचान छिपाने के उद्देश्य से मृतक के शव को तालाब के किनारे छिंद पेड़ के ठूठ व झाड़ियों में छिपा दिये। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा सघन पतासाजी कर घटना में संलिप्त अन्य 02 आरोपी चंद्रशेखर जांगड़े एवं कमलेश निवासी ग्राम परसदा को भी पकड़ा गया।

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