बिग ब्रेकिंग

CG BREKING – जब ASI का फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर SP कार्यालय ज्वाइनिंग करने पहुंचा युवक…खुलासा हुआ तो पुलिस के भी उड़ गये होश, नेता-पुलिस सब पकड़ाये !

बिलासपुर 16 जून 2022 । शातिर ठग और फर्जीवाड़ा की आपने कई किस्से-कहानियां सुने होगें, लेकिन बिलासपुर में पुलिस के सामने फर्जीवाड़ा का एक ऐसा मामला सामने आया हैं, जिसे सुनकर खुद पुलिस भी हैरान रह गयी। इस फर्जीवाड़े की जब परत दर परत पुलिस ने खोलना शुरू किया तो सलाखों के पीछे ना केवल महिला जन प्रतिनिधि बल्कि पुलिस कांस्टेबल और निगम कर्मी भी पहुंच गये हैं।

बिलासपुर के सिविल लाईन थाना क्षेत्र में आया ये पूरा मामला फर्जी ASI का नियुक्ति पत्र से जुड़ा हुआ हैं। पुलिस अधिकारियों की माने तो 15 जून की सुबह 11 बजें पीयूष प्रजापति नाम का शख्स एसपी कार्यालय पहुंचा। यहां स्थापना शाखा में पदस्थ सब इंस्पेक्टर संतोष वैष्णव को पीयूष प्रजापति ने एएसआई के पद पर ज्वाइनिंग लेटर देकर नौकरी ज्वाइनिंग करने पहुंचा हुआ था। पीयूष प्रजापति ने बकायदा बिलासपुर एसपी कार्यायल से जारी नियुक्ति पत्र सब इंस्पेक्टर संतोष वैष्णव को दिया गया। लेकिन नियुक्ति पत्र का जांच करने पर उक्त पत्र एसपी कार्यायल बिलासपुर से जारी होना नही पाया गया।

फिर क्या था इस फर्जी ज्वाइनिंग लेटर की जानकारी जैसे ही आफिस में अधिकारियों को हुई पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। स्थापना शाखा में पदस्थ सब इंस्पेक्टर ने तत्काल इस मामले की रिपोर्ट सिविल लाइन थाना में दर्ज कराते हुए जाली नियुक्ति पत्र लेकर एसपी कार्यायल पहुंचने वाले युवक को पुलिस के हवाले किया गया। पुलिस के सामने ही जब फर्जी एएसआई की नियुक्ति पत्र जारी होने का मामला आया तो पुलिस भी हैरत में पड़ गयी। एसपी पारूल माथुर ने इस पूरे प्रकरण में लिप्त आरोपियों की धरपकड़ का आदेश दिया गया। इसके बाद पुलिस टीम ने आरोपी बने पीयूष प्रजापति से सख्ती से पूछताछ शुरू किया गया।

आरोपी ने जब अपनी जुबान खोली तो पुलिस अधिकारियों के भी होश उड़ गये। आरोपी पीयूष प्रजापति की माने तो उसकी मुलाकात सबसे पहले यदुनंदन नगर निवासी निगम कर्मी भोजराम नायडू से हुई थी। जिसने उसे एएसआई की नौकरी लगाने का झांसा दिया। इसके बाद भोजराम नायडू ने पार्षद रेणुका प्रसाद नगपुरे और फिर पुलिस लाइन बिलासपुर में पोस्टेड आरक्षक पंकज शुक्ला से पीयूष की मुलाकात कराई। तीनों से मुलाकात के बाद 8 लाख रूपये में एएसआई की सीधी भर्ती का सौैदा तय किया गया। पीयूष प्रजापति ने 8 लाख की व्यवस्था कर तीनों ठगों को दे दिया गया। इसके बाद तीनों आरोपियों ने बिलासपुर एसपी कार्यायील का कूटरचित नियुक्ति पत्र बनाकर पीयूष को दे दिया गया।

पुलिस अधिकारियों के सामने हुए इस खुलासे के बाद पुलिस टीम ने तत्काल निगम कर्मी भोजराम नायडू सहित पार्षद रेणुका नागपुर और कांस्टेबल पंकज शुक्ला को अरेस्ट कर लिया हैं। पुलिस लाइन थाना प्रभारी ने बताया कि तीनों आरोपियों से 8 लाख रूपये नगद के साथ ही मोबाईल और एक लैपटॉप जब्त किया गया हैं, जिसका उपयोग तीनों ने इस फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किया था। पुलिस ने इस पूरे मामले में 8 लाख रूपये देकर फर्जी एएसआई का नियुक्ति पत्र खरीदने वाले पीयूष प्रजापति के साथ ही महिला पार्षद, निगम कर्मी और पुलिस कांस्टेबल को आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया हैं।

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