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CG : हाईकोर्ट ने सिम्स के डीन को लगायी फटकार, सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने कलेक्टर से कहा…कम से कम !

बिलासपुर 28 दिसंबर 2023। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल बदलहाल है। ये बात किसी से छिपी नही है। यहीं वजह है कि अब बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था पर हाईकोर्ट को संज्ञान लेना पड़ रहा है। बिलासपुर के सिम्स में व्याप्त अव्यवस्था पर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने कलेक्टर अवनीश शरण और सिम्स के डीन डॉ. केके लहरे को तलब किया गया था। कोर्ट में सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने जहां कलेक्टर के ड्रेस कोड पर नाराजगी जतायी। कोर्ट ने कलेक्टर से कहा कि कम से कम टाई तो लगा लेते। सिम्स अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्था को लेकर डीन को जमकर फटकार लगायी।

गौरतलब है कि बिलासपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सिम्स में व्याप्त अव्यवस्था पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। शीतकालीन अवकाश के बीच गुरुवार को चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा की डिवीजन बेंच जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी। इस सुनवाई के लिए बकायदा सिम्स के डीन डाॅ.केकेलहरे और बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण को कोर्ट में तलब किया गया था। जनहित याचिका में सिम्स में व्याप्त अव्यवस्था, दवाओं की कमी, पार्किंग की समस्या को लेकर कई खबरें प्रकाशित हुई हैं। इसे लेकर हाईकोर्ट ने स्वयं संज्ञान लिया। चीफ जस्टिस ने जस्टिस रवींद्र कुमार अग्रवाल के साथ मामले की सुनवाई की। सुनवाई के दौरान डिवीजन बेंच ने कलेक्टर अवनीश शरण के बगैर ड्रेस कोड के कोर्ट में पहुंचने पर सवाल उठाये।

इस पर कलेक्टर ने बताया कि वे दफ्तर में थे, इसी बीच उन्हें कोर्ट आना पड़ा। तब चीफ जस्टिस ने कहा कि कम से कम टाई तो लगाकर आना चाहिए था। चीफ जस्टिस सिन्हा ने सिम्स में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जताई। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कलेक्टर से कहा कि कल आप सिम्स गए थे। इस बात की जानकारी हमें अखबारों से पता चला है। आप जाइये फोटो खिचाइए लेकिन निरीक्षण के बाद अव्यवस्थाओं पर भी ध्यान दें। जो खामियां मिली है उसे दूर करना भी चाहिए। सिम्स के डीन डॉ.केके लहरे को भी चीफ जस्टिस ने जमकर फटकार लगाई। कोर्ट ने पूछा कि डीन यहां कब से पोस्टेड हैं, जब डीन ने बताया कि 2021 से तो कोर्ट ने इस बात पर सवाल किया कि इतने सालों से क्या कर रहे हैं।

कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि केवल अस्पताल का निरीक्षण करना ही काम नहीं है। हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान सिम्स और जिला अस्पताल में दवाइयों की कमी के मुद्दे पर भी जानकारी ली। सीजीएमसी दवाएं नहीं दे रहा है, यह सब क्या है ? राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर फंड दे रही है, इसके बाद भी ऐसी स्थिति क्यों बनी हुई है ? अस्पताल में दवा सप्लाई नहीं करने पर डिवीजन बेंच ने सिम्स के मैनेजिंग डायरेक्टर को शपथ पत्र के साथ जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। अब इस मामले की सुनवाई 17 जनवरी को होगी। वहीं कोर्ट में सुनवाई के दौरान कलेक्टर अवनीश शरण ने बताया कि उनके निर्देश के बाद से खामियों को दूर करने की कोशिश की जा रही है। चीफ सेक्रेटरी ने दिशा-निर्देश दिए थे। उन्होंने बताया कि सिम्स में मैनेजमेंट की समस्या है, जिसे दूर करने के लिए लंबे समय से पदस्थ डॉक्टरों को हटाने की कार्रवाई की जाएगी।

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