क्राइम

CG- गड्ढे में डूबकर मासूम की मौत: बारिश से 9 फीट गहरे गड्‌ढे में भरा पानी, खेलते-खेलते गड्ढे में गिरकर डूब गया मासूम

दुर्ग 16 जुलाई 2022 । दुर्ग के आम्रपाली अपार्टमेंट के पीछे बारिश से हुए जलभराव में एक 9 साल के मासूम बच्चे की डूबने से मौत हो गई। बताया जा रहा हैं कि कुछ लोगों ने यहां जेसीबी से गहरा गड्ढा करवा दिया था, जिसमें लगातार हो रही बारिश से जल भराव हो गया। इससे यहां खेलने पहुंचा मासूम बच्चा गडढे की गहराई समझ नही पाया और उसकी डूबने से मौत हो गयी। घटना के बाद परिजन और वार्ड पार्षद ने इस मौत के लिए निगम प्रबंधन को जिम्मेदार बताया है।

पूरा घटनाक्रम दुर्ग के जामुल थाना क्षेत्र का बताया जा रहा हैं। यहां आम्रपाली प्रधानमंत्री आवास ब्लॉक 11 के मकान नंबर 7 परशुराम दुर्गा का परिवार निवास करता हैं। परशुराम के दो बेटे और दो बेटियां हैं। युवराज उर्फ बूटी सबसे छोटा बेटा था। शुक्रवार शाम को घर में कुछ बताये बिना ही दोस्तों के साथ खेलने निकल गया था। यहां आम्रपाली अपार्टमेंट के पीछे बारिश के पानी में बच्चें खेल रहे थे।

बताया जा रहा हैं कि शाम करीब 6 बजे मोहल्ले के ही एक लड़के ने घर पर आकर बच्चें के पानी में डूबने की जानकारी दी गयी । घर के सभी लोग तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि वहां खाली मैदान में घुटनों तक जल भराव है। वह लोग युवराज को खोजते हुए आगे बढ़े तो कुछ दूर आगे बढ़ने पर अचानक 10 फीट गहरा गड्ढा आ गया। इसके बाद मोहल्ले के लोगों ने उसमें डुबकी लगाकर मासूम युवराज को खोजना शुरू किया। इसके बाद गडढे में डूब मासूम बच्चें को बाहर निकाला जा सका।

आनन-फानन में बच्चें को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। भाजपा के वरिष्ठ पार्षद पीयुष मिश्रा ने इस मौत के लिए भिलाई निगम प्रबंधन को जिम्मेदार बताया है। उनका कहना है कि आम्रपाली अपार्टमेंट की भूमि विवादित भूमि हैं। सुप्रीम कोर्ट से रोक लगने और बिल्डर्स के फरार होने व जेल जाने के बाद निगम ने इसे अपने कब्जे में लिया है। इसके बाद भी कई भू-माफिया व आपराधिक तत्व यहां जबरदस्ती निर्माण और बेजा कब्जा करने में लगे हैं।

उन्होनें आरोप लगाया कि भू-माफियाओं द्वारा ही यहां जेसीबी से गड्ढा किया गया है। निगम प्रबंधन सब जानते हुए इसमें रोक नहीं लगा पाने में सक्षम साबित नही हो रही हैं। जिसके कारण एक मासूम बच्चें की मौत हो गयी।वहीं इस मामले में भिलाई नगर निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने बताया कि संपत्ति पूरी तरह से निगम के कब्जे में नहीं है। दुर्घटना कैसे हुई है इसकी जांच की जाएगी।

Back to top button