क्राइमबिग ब्रेकिंग

PSC की परीक्षा पास नहीं कर सका, तो बन गया फर्जी ADM…..फेसबुक पर विधवा को फंसाकर कर ली शादी…रौब ऐसा कि पुलिसवाले भी फोन पर ADM के नाम से ही नंबर को रखते थे सेव

मुजफ्फरपुर 21 मार्च 2022। PSC की परीक्षा में फेल हुआ तो फर्जी ADM बनकर घूमने लगा। हद तो तब हो गयी जब फर्जी ADM खुद को अफसर बताकर एक विधवा को फेसबुक पर फंसाया और फिर उससे शादी कर ली। उसी के पैसे से फर्जी ADM ऐश करने लगा। पुलिस ने जब उस फर्जी अफसर को गिरफ्तार किया तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ। आरोपी का नाम आकाश है। पढ़ने-लिखने में काफी होशियार  था। वो BPSC की तैयारी कर रहा था, लेकिन सेलेक्ट नहीं हो पाया।

 एक दिन रिज्लट के बारे में जब घरवालों ने पूछा तो वो बोला कि ADM बन गया है। बस उसी दिन से फर्जीवाड़े की कहानी शुरू हो गयी। हालांकि घरवालों को उसने सच बता दिया था। लेकिन, घरवालों ने भी ये बात छुपा ली। वह पहले कटिहार का ADM बनकर घूमने लगा। फिर वहां से मुजफ्फरपुर पिछले साल जून में आया था।

पटना में ही एक दुकान से नम्बर प्लेट बनवाया। फिर लाल बत्ती खरीदा। आई कार्ड बनवाया और बन गया ADM। इसी दौरान फेसबुक पर उसकी मुलाकात प्रभा से हुई। दोनों आपस में चैट करने लगे। उसने खुद का परिचय कटिहार ADM के रूप में दिया। इस बीच वह मुजफ्फरपुर आया। यहां आने के बाद उसकी मुलाकात प्रभा से थाने पर हुई। फिर उसे झांसे में लेकर शादी कर ली। शादी रांची में दोनों के घरवालों की मौजूदगी में हुई थी। इसमें 25 लाख कैश और एक स्विफ्ट डिजायर कार ससुराल की तरफ से उसे भेंट में मिली।

प्रभा ने बताया कि शादी के बाद वह उसे लेकर दिल्ली में अपनी बहन और बहनोई के पास गया। वहां जाने के बाद बोला कि दिल्ली में एक जमीन का प्लॉट लेना है। कुछ रुपए कम पड़ रहे हैं। फिर प्रभा के खाता से 7.50 लाख रुपए ले लिए। फिर वहां से पटना लेकर आया। यहां कुछ दिन रखने के बाद अचानक से आकर कहने लगा कि उस पर आय से अधिक संपत्ति का केस हो गया। सेटलमेंट में कुछ पैसे लगेंगे। यह बोल कर फिर 8 लाख रुपए ऐंठ लिए। पिछले वर्ष अगस्त में पत्नी से कहा कि उसका तबादला मुजफ्फरपुर ADM के पद पर हो गया। उसे साथ लेकर शांति विहार कॉलोनी में आ गया और रहने लगा। फिर कहा कि होंडा सिटी कार खरीदो। जब प्रभा ने मना किया उसके साथ मारपीट की और ADM होने का रौब जमाने लगा। इतना ही नहीं उसे कहा कि तुम्हारा वीडियो वायरल कर देंगे। मजबूरन पीड़िता ने फाइनेंस के जरिए उसे होंडा सिटी कार खरीदकर दी।

सब इंस्पेक्टर ने तो नम्बर तक सेव कर लिया

सदर थाना के सब इंस्पेक्टर जैनेंद्र झा को उसने कई बार कॉल कर परेशान किया था। वे उसे सही का ADM समझने लगे थे। उन्होंने तो उसका नंबर भी कटिहार ADM के नाम से मोबाइल में सेव कर लिया था। लेकिन, जब उसकी सच्चाई सामने आई तो वह अपने आप को काफी ठगा हुआ महसूस कर रहे थे। उन्हें खुद से शिकायत भी हो रही थी कि आखिर उन्होंने सत्यापन क्यों नहीं किया।पत्नी की शिकायत पर ही मामला दर्ज किया गया है।

Back to top button