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मटन खिलाकर चुनाव नहीं जीता जाता, नितिन गडकरी बोले- ‘लोगों का प्यार और विश्वास कमाएं’

साल के आखिर में चार राज्यों में होने वाले विधानसभा और उसके बाद अगले साल लोकसभा के टिकट के लिए आस लगाए बैठे उम्मीदवारों को केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता ने एक तरकीब सुझाई है. उन्होंने बताया है कि चुनाव में क्या करने और क्या न करने से टिकट और जीत मिल सकती है. गडकरी ने नागपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए पहले तो ये बताया कि उनके पास कई लोग विधायक, सांसद या विधान परिषद सदस्य का टिकट मांगने आते हैं. यही नहीं उन्होंने बताया कि जिन लोगों को टिकट नहीं मिल पाता तो वो कॉलेज या स्कूल मांगने लगते हैं ताकि उसके जरिए कमाई कर सकें.

इसी दौरान एक कार्यक्रम में गडकरी ने चुनाव जीतने का फॉर्मूला बताते हुए कहा कि चुनावों में होर्डिंग्स लगाने, लोगों को मटन खिलाने से जीत नहीं मिलती है. चुनावों में जीतने के लिए लोगों का विश्वास जीतना होता है और उनसे प्यार करना होता है. इसी के साथ गडकरी अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहते हैं कि उनके पास कई लोग आते हैं और बोलते हैं कि विधायक बना दीजिए, सांसद बना दीजिए या फिर एमएलसी ही बना दीजिए.

नितिन गडकरी बोले- मटन खिलाकर नहीं जीता जाता चुनाव

उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान प्रचार के लिए बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जाते हैं। लेकिन इससे चुनाव नहीं जीता जाता। चुनाव के दौरान कोई प्रलोभन दिखाने के बजाय लोगों के दिलों में विश्वास और प्यार पैदा करें। यह बात केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शिक्षक परिषद के विद्यार्थी सत्कार कार्यक्रम मे बोल रहे थे। केंद्रीय मंत्री सलाह दी कि प्रचार के होर्डिंग्स लगाने या मटन पार्टी देने से कोई चुनाव नहीं जीता जा सकता। जनता का विश्वास और प्यार बनाएं। चुनाव के दौरान कोई प्रलोभन दिखाने के बजाय लोगों के दिलों में विश्वास और प्यार पैदा करें।

आपने कार्रवाई की बात की, लेकिन उस कार्रवाई का सुबूत मांगा जा रहा है।

-ऐसे सुबूत मांगना हमारे वीर जवानों का अपमान है। आंतरिक और बाह्य सुरक्षा पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। न हम उसका क्रेडिट लेना चाहते हैं और न इस प्रकार की चर्चा विपक्ष को करनी चाहिए। इसको राजनीति से ऊपर रखना चाहिए। जो पाकिस्तानी रेडियो और टीवी बोल रहा है, वही हमारे देश में विपक्ष के नेता बोल रहे हैं। यह अच्छी बात नहीं है।

आपके नेतृत्व में बनी एक समिति को विशेष जिम्मेदारी दी गई थी, सहयोगी दलों और एनजीओ से समन्वय की। एनजीओ की भूमिका चुनाव में कैसे देखते हैं?

-मैं काफी लोगों से मिला हूं। रविशंकर जी से मिला, रामदेव बाबा से मिला, साधु-संतों से मिला। समिति के सचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी अलग-अलग राज्यों में काफी काम किया। एनजीओ के साथ भी बातचीत हुई। सबको विश्वास दिलाया कि इस समय आप भारतीय जनता पार्टी का समर्थन कीजिए और बहुत अच्छा समर्थन सभी लोगों से मिला है।

इसी दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी राजनीति में संभावनाएं तलाशने वालों को सलाह देते हुए कहते हैं कि चुनावों के दौरान प्रचार-प्रसार के लिए लोग बड़े-बड़े होर्डिंग्स और पोस्टर लगाते हैं, लेकिन इससे चुनाव नहीं जीता जाता. चुनाव के दौरान प्रलोभन दिखाने की जगह लोगों के दिलों में विश्वास और प्यार पैदा करने से जीत मिलती है. यानी केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी की नेताओं को सलाह है कि चुनावों में होर्डिंग्स लगाने या मटन पार्टी देने की जगह लोगों के दिलों में जगह बनाएं.

युवाओं को कल बांटे रोजगार पत्र

बीते कल नितिन गडकरी नागपुर में युवाओं को रोजगार पत्र बांटे। इस दौरान उन्होंने युवाओं को सलाह दी कि पॉजिटिविटी, ट्रांसपेरेंसी, करप्शन फ्री सिस्टम, टाइमबाउंड डिसीजन मेकिंग सिस्टम होना चाहिए। गडकरी ने उदाहरण देते हुए कहा कि उनके एक अधिकारी हैं जो किसी भी फाइल का 3 महीने अध्ययन करते हैं। आईआईटी से पढ़े हुए हैं। उनको सलाह दी है कि रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर बन जाइए। यहां तुम्हारी जरूरत नहीं है। उन्होंने युवाओं से कहा कि एक बार गलत निर्णय किया तो चलेगा। इसके लिए इरादा साफ होना चाहिए। लेकिन किसी भी फाइल को महीनों तक दबाकर रखना ये ठीक नहीं है।

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