50 हजार है अगर सैलरी तो PF की ब्याज दर में कटौती से कितना होगा नुकसान.. जानिए पूरा गणित… होली के पहले नौकरीपेशा लोगों को कितना हो गया नुकसान
नयी दिल्ली 13 मार्च 2022। नौकरीपेशा लोगों को बड़ा झटका लग गया है। PF डिपॉजिट (PF Deposit) में ईपीएफओ (EPFO) के ब्याज घटाने के फैसले के बाद कर्मचारियों को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। आंकड़ें में समझें तो अगर किसी कर्मचारी की सैलरी 50,000 रुपये महीना है तो यहां जानें कि सालभर में उसके पीएफ डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज की रकम में अब उसे कितना नुकसान होगा. सबसे पहले ये जान लें कि EPFO ने ब्याज दर 8.5 से घटाकर 8.1 प्रतिशत कर दिया है.आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कभी पीएफ पर 12 फीसदी तक ब्याज मिला करता था. आइए जानते हैं कि होली का रंग फीका करने वाले इस फैसले से आपको कितना नुकसान होने वाला है.
इतना पीएफ होता है जमा
एक कर्मचारी की सैलरी का 12% हिस्सा उसके पीएफ खाते में जमा किया जाता है. इस हिसाब से यदि किसी कर्मचारी की सैलरी 50,000 रुपये महीना है तो उसके पीएफ खाते (EPF Account) में 6,000 रुपये हर महीने जमा होंगे.
एम्प्लॉयर जमा करता इतने पैसे
पीएफ खाते में कर्मचारी के नियोक्ता यानी कि एम्प्लॉयर को भी 12% का ही अंशदान करना होता है. लेकिन इसमें से 8.33% राशि कर्मचारी के पेंशन फंड (EPS Fund) में जाती है और बाकी 3.67% की राशि ही पीएफ खाते में जाती है. इस हिसाब से अगर किसी कर्मचारी की सैलरी 50,000 रुपये है तो उसका एम्प्लॉयर उसके पीएफ खाते में 1,835 रुपये जमा करेगा. बाकी 4,165 रुपये उसके पेंशन खाते में जाने चाहिए. लेकिन कोई एम्प्लॉयर पेंशन खाते में अधिकतम 1,250 रुपये महीना ही जमा कर सकता है. इस हिसाब से बची हुई 2,915 रुपये की राशि भी कर्मचारी के पीएफ फंड में जाएगी. इस पर एम्प्लॉयर की ओर से उसके पीएफ खाते में हर महीने 4,750 रुपये जमा किए जाएंगे.
सालभर में जमा होगा इतना पीएफ
अब अगर आपकी सैलरी 50,000 रुपये महीना है तो आपका और आपके एम्प्लॉयर का कंट्रीब्यूशन मिलाकर हर महीने आपके पीएफ खाते में 10,750 रुपये जमा होंगे. इस तरह सालभर में आपके पीएफ में खाते में कुल 1.29 लाख रुपये जमा हो जाएंगे.
इतनी घटेगी ब्याज से आय
अगर आपकर सैलरी 50,000 है तो बीते वित्त वर्ष 2020-21 में पीएफ पर मिलने वाले 8.5% की ब्याज दर के हिसाब से आपको अपनी कुल पीएफ जमा (1.2 आपको अपनी कुल पीएफ जमा (1.29 लाख रुपये) पर 10,965 रुपये ब्याज आय होती. अब ईपीएफओ ने 2021-22 के लिए इस ब्याज दर को घटाकर 8.1% कर दिया है. इस तरह अब आपकी ब्याज से आय 10,449 रुपये होगी. इस तरह सालभर में आपकी ब्याज से आय 516 रुपये घट जाएगी.
देश में करीब 6 करोड़ कर्मचारियों के पीएफ फंड का मैनेजमेंट ईपीएफओ (EPFO) करता है. इसकी डिसिजन मेकिंग बॉडी सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) ने शनिवार को पीएफ फंड पर मिलने वाले ब्याज दर (Interest Rate On PF Deposit) को घटाकर 8.1% करने का फैसला किया है.
ऐसे जानें, हर महीने कितना मिल रहा है पीएफ
किसी भी एम्पलॉई की बेसिक सैलरी और डीए का 12 फीसदी हिस्सा पीएफ में जमा होता है. एम्पलॉयर भी अपनी ओर से इतना कंट्रीब्यूट करता है, लेकिन इस 12 फीसदी में 8.33 फीसदी हिस्सा ईपीएस में जमा होता है और बाकी का 3.67 फीसदी पीएफ खाते में जमा होता है. एम्पलॉयर के हिस्से से 0.50 फीसदी हिस्सा ईडीएलआई में जाता है. अब मान लीजिए कि आपकी बेसिक सैलरी और डीए 15 हजार रुपये है, तो ईपीएफ में आपका अपना कंट्रीब्यूशन 12 फीसदी यानी 1,800 रुपये होगा. जबकि एम्पलॉयर की ओर से किया जाने वाला कंट्रीब्यूशन 550 रुपये होगा. इस तरह हर महीने 2,350 रुपये जमा होंगे.
पीएफ पर ब्याज कैलकुलेट करने का ये सिंपल फॉर्मूला
पीएफ पर जो ब्याज मिलता है, वह सालाना होता है. यानी अब अगर ब्याज दर 8.10 फीसदी है तो महीने के हिसाब से औसतन 0.675 फीसदी बैठेगा. नौकरी के पहले महीने के कंट्रीब्यूशन पर ब्याज नहीं मिलता है. मान लीजिए कि आपने अप्रैल में नौकरी शुरू की तो दूसरे महीने यानी मई से आपको ब्याज मिलने लगेगा. इसके लिए देखा जाएगा कि दूसरे महीने के अंत में आपके पीएफ खाते का बैलेंस कितना है. 15,000 रुपये की बेसिक सैलरी+डीए के हिसाब से मई में आपका बैलेंस 4,700 रुपये होगा. पुरानी दर के हिसाब से मई में आपका ब्याज बनता 33.29 रुपये, जो अब 31.72 रुपये हो जाएगा. यह बात जान लेना जरूरी है कि पीएफ पर ब्याज का कैलकुलेशन हर महीने के अंत में मौजूद बैलेंस के हिसाब से तो किया जाता है, लेकिन ब्याज की रकम का क्रेडिट पूरे साल के लिए एक ही बार में किया जाता है.