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“मैं CJM कोर्ट बिलासपुर से बोल रही हूं”…..ट्रैफिक के ई-चालान के नाम पर साइबर ठगी का बड़ा खुलासा….राजधानी पुलिस ने दिल्ली में संचालित फर्जी कॉल सेंटर का किया भांडाफोड़…4 लड़कियां समेत 6 गिरफ्तार

रायपुर 7 अगस्त 2022। ट्रैफिक चालान के आनलाइन पेमेंट के नाम पर साइबर ठगी का बड़ा खुलासा हुआ है। राजधानी पुलिस ने इस मामले में दिल्ली में संचालित फर्जी काल सेंटर का खुलासा किया है। काल सेंटर के जरिये ही लोगों को फोन किया जाता था और फिर क्यू आर कोड के जरिये पेमेंट लेकर फर्जीवाड़ा किया जाता था। रायपुर पुलिस ने फर्जीवाड़े मास्टर माइंड सहित कई लड़के-लड़कियों को गिरफ्तार किया है।

दरअसल हितेश कुमार साहू ने थाना पुरानी बस्ती में रिपोर्ट दर्ज कराकर इस बात की शिकायत की थी कि वो सुभाष नगर प्रोफेसर कालोनी में किराये के मकान में रहता है। दिनांक 23 जनवरी 2022 को यातयात पुलिस रायपुर द्वारा प्रार्थी को बिना हेलमेट वाहन चलाने के संबंध में ई-चालान जारी किया गया था। जिसकी सूचना हितेश को उसके मोबाईल नम्बर में मैसेज के माध्यम से प्राप्त हुई। युवक ने उक्त चालान का भुगतान उस समय नहीं किया गया था। इसी दौरान दिनांक 01.07.2022 को मोबाईल नंबर 8745087152 तथा 8874635467 के धारक एक महिला द्वारा प्रार्थी के मोबाईल नम्बर में व्हाट्सएप के माध्यम से ई-चालान एवं क्यू आर कोड भेजकर, उस कोड के माध्यम से भुगतान करने की बात कही गई तथा महिला द्वारा खुद को सी.जे.एम. कोर्ट बिलासपुर से होना बताया गया एवं चालान का भुगतान नहीं करने पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज होने की बात कही गयी। प्रार्थी दिनांक 01.07.2022 को दोपहर 02.44 बजे उसी क्यू.आर. कोड के माध्यम से 500/- रूपये का भुगतान किया। प्रार्थी द्वारा ऑनलाईन स्टेटस चेक करने पर भुगतान नहीं होना तथा यातायात पुलिस द्वारा किसी भी व्यक्ति को क्यू.आर. कोड भेजकर पेमेंट प्राप्त करना नहीं बताया गया। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना पुरानी बस्ती में अपराध क्रमांक 281/22 धारा 170, 419, 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

यातायात पुलिस रायपुर के नाम पर ई-चालान एवं क्यू.आर.कोड भेजकर ठगी करने की राज्य में नए तरीका वारदात से हुए घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुये साइबर अपराधियों द्वारा न्यायालय तथा रायपुर पुलिस यातायात पुलिस के ई-चालान से फर्जी भुगतान की घटना में आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध श्री अभिषेक माहेश्वरी को निर्देशित किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध के निर्देशन में ए.सी.सी.यू. की विशेष टीम गठित कर घटना के सभी पहलुओं का तकनीकी रूप से जांच करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मोबाईल नंबर्स तथा ट्रांजक्शन हिस्ट्री प्राप्त किया गया तथा आरापियों को चिन्हांकित किया गया। टीम के जांच पर दिल्ली, उ.प्र. के कुछ संदिग्ध मोबाईल नंबरों की जानकारी प्राप्त हुई जो दिल्ली के तिलक नगर के ईलाके से फर्जी कॉल सेंटर संचालित कर रहे है तथा अलग – अलग राज्यों में न्यायालय में ई-चालान भुगतान करने के लिए कॉल कर रहे है तथा उन्हें भुगतान नहीं करने पर कानूनी कार्यवाही का डर दिखाकर क्यू.आर. कोड भेजकर अवैध भुगतान प्राप्त कर रहे है। विवेचना में प्राप्त जानकारी को वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर तत्काल विशेष टीम दिल्ली एवं उ.प्र. हेतु रवाना किया गया।

10 सदस्यीय टीम दिल्ली/उ.प्र. के मयूर विहार, अशोक नगर, तिलक नगर एवं मुजफ्फर नगर पहुंचकर वहां पर प्राप्त मोबाईन नंबरों के लोकेशन के आधार पर लगातार कैम्प करते हुए आरोपियों के संबंध में जानकारियां जुटाना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्य डी.टी.सी. कुरियर का कुरियर ब्वॉय बनकर आरोपियों के मोबाईल नंबरों के लोकेशनों में जाकर उनके ठिकानों को तस्दीक किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा दिल्ली के तिलक नगर में वेल्यू सर्विसेस प्राय.लिमि. कंपनी के नाम पर कोई कॉल सेंटर का संचालित होना पाया गया जहां टीम द्वारा रेड कार्यवाही की गई।

रेड कार्यवाही के दौरान कुछ युवक एवं युवतियां फोन पर कॉल करते हुए मिले। कॉल सेंटर में 02 युवक तथा 04 युवतियां मिले जो अपना नाम क्रमशः विभांशु गर्ग, सुमित कुमार ठाकुर, नेहा शर्मा, रानी, सत्या एवं जन्नत अंसारी होना बताएं। कंपनी के डायरेक्टर विभांशु गर्ग ने बताया कि वह एम कॉम व एम.बी.ए. की पढ़ाई किया है तथा 02 वर्ष पूर्व घुमले कंपनी टूर एण्ड ट्रेवल्स का संचालन करता था साथ ही लेट्स कनेक्ट कंपनी जिसमें सॉफ्टवेयर डेव्हलमपेंट, एप्प्लीकेशन डेव्हलमपेंट, वेब साईट डेव्हलमपेंट, गुगल एडवर्स, यू-ट्यूब प्रमोशन एण्ड डेव्हलमपेंट, कनटेंट राईटिंग, वर्चुवल नंबर एवं सोशल मीडिया प्रमोशन का काम करता था। इसी दौरान कुछ डाटा वेंडर्स के संपर्क में आया और वेंडर्स से अलग – अलग राज्यों के ई-चालान का डाटा खरीदकर फर्जी ई-चालान का पेमंेट प्राप्त करने के लिए तिलक नगर में वेल्यू सर्विसेस प्राय.लिमि. कंपनी खोलकर फर्जी ई-चालान का काम करना प्रारंभ किया।

वर्क इंडिया एप के माध्यम से कंपनी में काम करने के लिये युवक एवं युवतियों को अपाईंट किया तथा उन्हें ट्रेनिंग देकर फर्जी ई-चालान से भुगतान फर्जी खातों में रकम ट्रांसफर कराकर प्राप्त करने लगा। कॉल सेंटर से करीबन 25 कम्प्यूटर, 35 मोबाईल फोन, दर्जनों फर्जी सिम, डॉयलर मशीन, पेन ड्राईव एवं 02 नग लैपटॉप बरामद किया गया है, जिसमें विभिन्न राज्यों के ई-चालान का डाटा प्राप्त हुआ है। आरोपियों द्वारा फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से उड़ीसा, हिमांचल प्रदेश, उ.प्र., बिहार के लोगों के साथ भी ठगी किया गया है।

आरोपी विभांशु गर्ग द्वारा दिल्ली, उ.प्र., राजस्थान से अलग – अलग लोगों से डाटा क्रय करना बताया है, जिसके संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा रहीं है। गैंग द्वारा अन्य राज्यों के लोगों के साथ हुए ठगी के संबंध में संबंधित राज्यों की पुलिस से संपर्क कर अग्रिम कार्यवाही की जाती है। आरोपियों को दिल्ली के तिलक नगर से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमाण्ड पर रायपुर लाया गया है।

फील्ड टीम – ए.सी.सी.यू. से प्र.आर.कृपासिंधु पटेल, अनुप मिश्रा, आर. प्रमोद बेहरा, प्रदीप कुमार साहू, राकेश पाण्डेय, अविनाश देवांगन तथा थाना पुरानी बस्ती से उपनिरीक्षक अरूण मरकाम, सउनि रूप नारायण तिवारी म.प्र.आर. कौशल्या ध्रुव एवं आर. नागेन्द्र सिन्हा की महत्वपूर्ण भूमिंका रही।

तकनीकी टीम – एसीसीयू प्रभारी गिरीश तिवारी, निरीक्षक गौरव तिवारी, उनि सिकंदर कुर्रे, प्र. आर. महेन्द्र राजपूत, चिन्तामणी साहू, आर. सुरेश देशमुख, घनश्याम साहू, रवि प्रभाकर, नितेश सिंह, टेक सिंह अनुरंजन तिर्की, म.आर. बबीता देवांगन, बंसती मौर्य।

(टीम द्वारा 48 घंटे में क्रेडिट कार्ड, कॉल सेंटर तथा ई-चालान फर्जी कॉल सेंटर का भाण्डाफोड़ किया गया)।

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