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IAS अवनीश शरण ने शेयर किया अपना 14 साल पुराना इंटरव्यू कॉल लेटर, 10वीं में आई थी थर्ड डिवीजन… बताया कितनी बार फेल होने के बाद मिली सफलता….

रायपुर 3 फरवरी 2023: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को भारत में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है. इसके लिए बच्चे रात-दिन कड़ी मेहनत करते हैं। इस परीक्षा को क्रैक के लिए घंटों पढ़ाई और फोकस की खास जरूरत होती है, तब जाकर कई उम्मीदरवारों में से कुछ अपनी काबिलियत का सिक्का जमा पाते हैं। सोशल मीडिया पर अक्सर कुछ अनुभवी और आईएएस व आईपीएस अधिकारी अपनी परीक्षा की तैयारी के तरीके लोगों से शेयर करते हैं, ताकि तैयारी कर रहे लोगों को इससे मदद मिल सके। हाल ही में एक ऐसे ही अधिकारी ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा इंटरव्यू का अपना कॉल लेटर शेयर किया है, जो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है।

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 के इंटरव्यू 30 जनवरी से शुरू हो चुके हैं। देश की सबसे कठिन परीक्षा के इस आखिरी चरण के बीच आईएएस ऑफिसर अवनीश शरण ने बीते दिनों को याद करते हुए ट्विटर पर अपना 14 साल पहले का इंटरव्यू कॉल लेटर शेयर किया है। यूपीएससी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में पास होने के बाद उन्हें यह भेजा गया था। अवनीश 2009 बैच के छत्तीसगड़ कैडर के अधिकारी हैं। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2008 में उनकी ऑल इंडिया 77वीं रैंक आई थी।

अवनीश के इस लेटर को देखकर सोशल मीडिया यूजर्स तरह तरह की प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। उन्हें फोलो करने वाले सिविल सेवा अभ्यर्थी कह रहे हैं कि एक दिन उनका भी ऐसा लेटर आएगा।

अवनीश की सक्सेस स्टोरी देती है प्रेरणा
अवनीश अकसर अपने ट्वीट से भर्ती परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को प्रेरित करते रहते हैं। आईएएस अधिकारी ने कुछ माह पहले अपनी सक्सेस स्टोरी के बारे में बताया था। अवनीश शरण ने लिखा, ’12 वीं में आपके कितने प्रतिशत अंक आए थे?’ इसके बाद उन्होंने अपनी संघर्ष की यात्रा के बारे में लिखा मेरी यात्रा: 10वीं में 44.7 प्रतिशत, 12वीं में 65 प्रतिशत, ग्रेजुएशन में 60 प्रतिशत। सीडीएस और सीपीएफ भर्ती परीक्षा दोनों में फेल हुआ। राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 10 से अधिक बार प्रारंभिक परीक्षा में फेल हुआ। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम प्रयास में साक्षात्कार तक पहुंचा। दूसरे प्रयास में ऑल इंडिया 77वीं रैंक आई।

इससे पहले उन्होंने 10वीं की मार्कशीट शेयर की थी जो स्टूडेंट्स को मार्क्स और सफलता के बीच अंतर बता रही थी। बिहार बोर्ड मैट्रिक की 26 साल पहले की इस मार्कशीट में देखा जा सकता है कि अवनीश को 700 में से केवल 314 मार्क्स (44.5 फीसदी) मिले थे। मैथ्स में तो वह फेल होते होते बचे थे। 10वीं में थर्ड डिविजन से पास होने के बावजूद अवनीश यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईएएस ऑफिसर बने।

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