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आईपीएस उत्कल रंजन साहू होंगे नए DGP , डीजीपी उमेश मिश्रा का वीआरएस मंजूर..

राजस्थान 29 दिसंबर 2023|राजस्थान में सरकार बदलने के साथ ही अब पुलिस महकमे में भी बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं. वहीं अब राजस्थान में पुलिस महानिदेशक भी बदल दिए गए हैं. अब आईपीएस उत्कल रंजन साहू राजस्थान के कार्यवाहक डीजीपी का प्रभार सौंपा गया है. अब तक इस पद पर कार्यरत उमेश मिश्रा का वी आर एस मंजूर किया गया.

वहीं, एक अन्य आदेश के अनुसार, आईपीएस और डीजीपी उमेश मिश्रा ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए तत्काल स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया था जिसे 29 दिसंबर को स्वीकार कर लिया गया। उमेश मिश्रा ने तीन नवंबर 2022 को डीजीपी का पद संभाला था। उन्हें इस पद पर दो साल के लिए या अगले आदेश तक नियुक्ति किया गया था।

राजस्थान के कार्यवाहक डीजीपी उत्कल रंजन साहू 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. जो उड़ीसा के रहने वाले हैं. उत्कल रंजन साहू का जन्म 20 जून 1964 को उड़ीसा में हुआ. इन्होंने (इंजीनियरिंग जियोलॉजी) m.tech किया है और अभी वर्तमान समय में राजस्थान में होमगार्ड के डीजी पद पर काम कर रहे हैं.

सबसे पहले 1991 में इन्होंने जोधपुर पूर्व में सहायक एसपी के तौर पर काम किया है. धौलपुर में 1994 में एसपी बनाया गया. बाड़मेर में 1995 में एसपी बने, हनुमानगढ़ में 98 में एसपी रहे और सीकर में 99 एसपी पद पर काम किया है. उसके बाद बांसवाड़ा, श्रीगंगानगर, भीलवाड़ा में भी एसपी रहे हैं. उसके बाद कई जगहों पर बड़ी पोस्टिंग मिली है. इन्हें 2005 में पुलिस मेडल और 2017 में राष्ट्र्पति पुलिस मेडल मिल चुका

सरकार नहीं हटा सकती थी मिश्रा को
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के मुताबिक डीजीपी की नियुक्ति दो साल के लिए होती है। कार्यभार ग्रहण करने के बाद वह दो साल तक पद पर रह सकते हैं। ऐसे में उमेश मिश्रा को नवंबर 2024 तक पद पर बने रह सकते थे। राज्य सरकार उन्हें जबरन पद से नहीं हटा सकती थी लेकिन प्रदेश में अब सरकार बदल चुकी है। मिश्रा ने सरकार की मंशा को समझते हुए शुक्रवार 29 दिसंबर को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया था, जिसे सरकार ने तुरंत स्वीकार कर लिया। मिश्रा का वीआरएस मंजूर करने के बाद कार्मिक विभाग ने सीनियर आईपीएस यूआर साहू को कार्यवाहक डीजीपी बनाया।

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